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CG: पात्र परिवार के बड़देव जतरा में शामिल हुये 26 गांवों के देवी -देवता 

पात्र परिवार के बड़देव जतरा में शामिल हुये 26 गांवों के देवी -देवता

पात्र/पातर परिवार, बस्तर संभाग द्वारा आयोजित तीन दिनी बड़देव जतरा 2 अप्रैल को सफलतापूर्वक संपन्न हुई।

परिवार के वरिष्ठ सदस्य लक्ष्मण पात्र ,शिवकुमार पात्र एवं ढालसिंह पातर ने बताया कि आदिकाल से हमारे पुरखों द्वारा बड़ (बरगद) के वृक्ष को कुलदेवता के रूप में मान्यता प्रदान की गई है। पहाड़ी मंदिर,गढ़गुडरा के पीछे लाटापारा, नारायणपुर में बड़देव स्थापित हैं। परंपरानुसार अमुस तिहार,नवाखानी एवं विशेष अवसरों पर परिवार के सदस्य इस स्थल पर एकत्रित होकर कुलदेवता की सेवा अर्जी करते हैं।इस दृष्टि से यह स्थान पात्र परिवार का पवित्र स्थल देव कोठार के रूप में सदियों से प्रतिष्ठित है।

बड़देव जतरा का आरंभ देवी- देवताओं के आगमन से 31 मार्च को हुआ।आंगा, डोली ,देव विग्रहों एवं प्रतीकों की सेवा विनती के बाद मुख्य कार्यक्रम 1 अप्रैल सोमवार को हुआ।देव मिलन,देव परिक्रमा एवं देवी – देवताओं के खेलने के बाद 2 अप्रैल मंगलवार को सभी देवताओं को ससम्मान विदाई दी गई।

12 वर्षों बाद आयोजित जतरा में मुख्य रूप से मावली माता, गंगेश्वरी, राजटेका,बावड़ीकरीन,केवड़ाबूंदिन, झरनबुंदिन, गढ़िया बाबा सहित 26 गांवों से रिश्तेदार देवी – देवता सम्मिलित हुये।

वृहद स्तर पर आयोजित देव मंडई को संपन्न कराने में बैसाखू राम पात्र,जोशीलाल,मिलखा, नरेंद्र,किसनू, रविन्द्र,अस्तु, कन्हैयालाल एवं परिवार के युवा, महिला सदस्यों का विशेष सहयोग एवं मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।

Bindesh Patra

युवा वहीं होता हैं, जिसके हाथों में शक्ति पैरों में गति, हृदय में ऊर्जा और आंखों में सपने होते हैं।

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