NARAYANPUR: अबूझमाड़ में पटाखों ने उजाड़े गऊ माता का आशियाना
पटाखों ने उजाड़े गऊ माता का आशियाना
मनुष्य कई मामलों में कितना स्वार्थी ,असंवेदनशील और लापरवाह हो जाता है इसका उदाहरण छोटी छोटी घटनाओं के रूप में सामने आती रहती है । ऐसी ही एक घटना नारायणपुर के कोहकामेटा में देखने को मिला ।
दीवाली से एक हफ्ते पहले ही लोग अपने घरों को रंगों से रंगने लगते हैं और अलग अलग तरीके से सजाने लगते हैं । यदि हम अपने घरों से इतना प्रेम करते हैं तो जानवरों के प्रति इतने गैरजिम्मेदार क्यों हो जाते हैं ?
जब कोहकामेटा में सभी अपने घरों में दीवाली की जश्न में मशरूफ थे । तब किसी का आशियाना जल रहा था ।
बताया जा रहा है की कुछ लोगों ने गऊ माता के कोठे के पास पटाखा जलाया । और फिर कोठे में हल्की सी आग लग गई । लेकिन किसी ने उसे बुझाने का प्रयास नहीं किया । देखते ही देखते आग ने पूरे कोठे को अपने चपेट में ले लिया । लेकिन लोग केवल देखते रहे । किसी ने आग बुझाने की ज़ेहमत नहीं की । करते भी क्यों । किसी जानवर के आशियाने से किसी इंसान का क्या संबंध भला ।
शुक्र है उस वक्त कोठे में गाय नहीं थे अन्यथा बड़ी घटना होने की संभावना थी ।
इंसान होने के नाते हमें इंसानियत को समझनी चाहिए और ऐसे मामलों में सावधानी बरतनी चाहिए जिससे जानवर भी महफूज़ रहे ।