नारायणपुर के निर्देष आदिवासियों पर बर्बरतापूर्वक लाठी बरसाने और क्रूरता से गोली मारकर हत्या किए जाने के जवाबदेही से भागे नहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल – केदार कश्यप
नारायणपुर को राजस्व जिला, एजुकेशन हब, एकलव्य, नवोदय, केंद्रीय विद्यालय, कृषि महाविद्यालय, सड़क, पुल- पुलिया, बिजली, पानी और स्वास्थ्य की व्यवस्था भाजपा की देन, कॉग्रेस 3 वर्षों के कार्यकाल में नारायणपुर को अधेरे में ढकेला
*सर्व आदिवासी, पिछड़ा वर्ग समाज को झूठी घोषणा पत्र में किए वादा का जवाब देने के डर से नहीं मिल रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सर्व आदिवासी समाज ने मुख्यमंत्री भोज का किया बहिष्कार*
जगदलपुर/नारायणपुर – नारायणपुर के कलेक्ट्रेट कार्यालय में सर्व आदिवासी समाज के द्वारा शांतिपूर्वक ज्ञापन सौंपने हजारों की संख्या में पहुंचे आदिवासियों पर प्रदेश की भूपेश बघेल की नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा आदिवासियों पर बलपूर्वक लाठी बरसाने और भराडा में निर्दोष नौजवान मानूराम नूरेटी की गोली मारकर हत्या किए जाने पर पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रवक्ता श्री केदार कश्यप जी ने नारायणपुर प्रवास पर आ रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जवाब मांगते हुऐ निहत्थे आदिवासियों पर लाठी और गोली चलाने का आरोप लगाया।
नारायणपुर के आदिवासियों को विकास के बदले लाठी और गोली क्यों जवाब दे मुख्यमंत्री
पूर्व मंत्री व भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री केदार कश्यप जी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में सरकार के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि नारायणपुर पूर्णतः आदिवासी बहुल जिला है, आदिवासी समाज ने सर्व आदिवासी समाज के नेतृत्व में अपने ऊपर होते अत्याचार और शोषण के संबंध में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्टर जिला कार्यालय नारायणपुर को ज्ञापन सौंपने जाने पर आधिकारी मिलने से मना करते हैं और प्रदेश की कॉग्रेस सरकार बर्बरतापूर्वक ज्ञापन में अपनी बातों को रखने आए आदिवासी महिलाओं सहित पूरे समाज पर बलपूर्वक लाठी बरसाती यह कहां का न्याय है, आखिर आदिवासी अपनी मांगों को लेकर कहां जाएं मुख्यमंत्री इसका जवाब दें और आदिवासी समाज से माफी मांगे, सरकार की बलपूर्वक लाठी भांजनी से दर्जनों आदिवासी घायल हुए।
आगे श्री कश्यप ने कहा कि भराडा में 23 जनवरी 2022 को निर्दोष मानूराम नूरेटी की गोली मारकर निर्ममतापूर्वक हत्या कर प्रदेश की कांग्रेस सरकार नक्सली घोषित करने की जद्दोजहद में लग जाती है, भाजपा के लगातार विरोध और सर्व समाज का समर्थन मिलने के बाद सरकार बैकफुट पर आइ और अपनी गलती स्वीकार किया, श्री कश्यप ने कहा प्रदेश की कांग्रेस सरकार मानूराम नूरेटी जैसे कितने निर्दोष नौजवान की हत्या करेगी, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश के मृतकों को 50-50 लाख की मुआवजा राशि सरकारी मदद दे सकते हैं परंतु एक आदिवासी को गोली मारी जाती हैं तो मुआवजा राशि और सरकारी नौकरी तो दूर की बात मृतक परिवारों से मिलकर संवेदना व्यक्त तक नहीं करते, कॉग्रेस के लिए आदिवासीयो को सिर्फ वोट बैंक तक सीमित रखती हैं। नाराज सर्व आदिवासी समाज ने मुख्यमंत्री के भोज का बहिष्कार किया।
*नारायणपुर को राजस्व जिला, एजुकेशन हब सहित सर्वांगीण विकास भाजपा की देन*
भाजपा के 15 वर्षों के कार्यकाल जानकारी देते हुए पूर्व मंत्री और भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री केदार कश्यप जी ने कहा कि नारायणपुर को राजस्व जिला बनाने, एजुकेशन हब, एकलव्य, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, छात्रावास, कृषि महाविद्यालय, नारायणपुर से कोंडागांव व अबूझमाड़ के दूरस्थ गांवो तक पक्की सड़क, पुल-पुलिया, बिजली और स्वास्थ्य व्यवस्था, नारायणपुर को नगर पंचायत से नगर पालिका, नारायणपुर जिला के लिए पावर हब सहित अनेकों निर्माण कार्य भाजपा के जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के फलस्वरूप आज पूरे नारायणपुरवासी प्रत्यक्ष लाभ ले रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने सिर्फ झूठ बोलकर जनता को गुमराह करने के अलावा कुछ भी काम नहीं किया। कांग्रेस के साढ़े तीन वर्षों में नारायणपुर के विकास की रफ्तार थम गई है,
*भ्रष्टाचारियों का गढ़ बना नारायणपुर, विकास के पैसा का बंदरबांट, कांग्रेस राज में घर-घर दारू, कमीशन खोरी हावी*
श्री कश्यप ने कहा कि नारायणपुर भ्रष्टाचारियों का गढ़ बनता जा रहा है प्रदेश की कांग्रेस ने गंगाजल की कसम खाकर पूर्ण शराब बंदी लागू करने का वादा किया शराब बंदी तो दूर शराब की होम डिलीवरी कर रही है, वहीं बिजली बिल हाफ करने की घोषणा कर किसानों को मोटे कर्ज़ के बोझ गर्त मे ढकेला और विभिन्न मद्दों से नारायणपुर के विकास के लिए आए पैसों का अबूझमाड़ में उपयोग विभिन्न चलित शौचालय खरीद कर गरीबों के पैसे का बंदरबांट करना दुर्भाग्यपूर्ण है, साथ ही धान में रेत मिलाकर बेचना जैसे भ्रष्टाचार कर नारायणपुर को कांग्रेस सरकार ने अंधकार में धकेला। नारायणपुर के स्वास्थ्य विभाग की स्थानीय भर्ती में स्थानीय शिक्षित बेरोजगारों को अवसर ना देकर कमीशन की लालच में और कांग्रेसी नेताओं के दबाव में अयोग्य अभ्यर्थियों को भर्ती किया जाना दूर्भाग्यपूर्ण है।