
साहस पराक्रम और संघर्ष के प्रतीक को याद करते हुए आज अखिल भारतीय आदिवासी हल्बा समाज शक्तिदवस मनाया।
भाऊ गेंद सिंह नायक एक वीर स्वतंत्रता सेनानी और छत्तीसगढ़ के महान योद्धा थे, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ अपने क्षेत्र की आज़ादी के लिए संघर्ष किया।
भाव गेंदसिंह नायक जी का नाम स्थानीय स्तर पर गर्व और प्रेरणा का प्रतीक है।
शक्ति दिवस वीरता, बलिदान और स्वतंत्रता संग्राम में दिए गए योगदान को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है।

भाऊ गेंद सिंह नायक अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह में उन्होंने अपने क्षेत्र में ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व किया और स्थानीय लोगों को स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
स्थानीय नेतृत्व और साहस के माध्यम से आदिवासी समुदायों और ग्रामीण लोगों को एकजुट किया, जो अंग्रेजों के शोषण का सामना कर रहे थे। गेंदसिंह नायक ने अपने प्राणों की आहुति दी, लेकिन उनके संघर्ष ने लोगों में आजादी के प्रति जागरूकता पैदा की।

शक्ति दिवस का महत्व
वीरों को श्रद्धांजलि: उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को याद करता है, जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपना बलिदान दिया।
यह दिवस युवाओं को उनके साहस और देशभक्ति से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित करता है।
आज के दिन विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से गेंदसिंग नायक के संघर्ष और बलिदान को याद किया जाता है, जैसे कि नृत्य, संगीत, और संगोष्ठियां।