क्षतिग्रस्त पुलिया से आवाजाही,हरदम दुर्घटना की आशंका –
जिला मुख्यालय से 26 किमी की दूरी पर अबुझमाड़ के 10 – 12 गांवों को जोड़ने वाला एकमात्र पुलिया बारिश के चलते पूर्णतः क्षतिग्रस्त हो चुका है।
ग्रामीणों की सुविधा के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा कीहकाड़ गांव से अन्य गांवों को जोड़ने के लिए रपटा का निर्माण किया गया था।निर्माण में तकनीकी खामी के कारण पुलिया में उपयोग किया गया मुरूम व मिट्टी बरसाती नाले के पानी में बह गया है।
इस रपटा की हालत ऐसी है कि बरसात में रपटा पूरी तरह डूब जाता है।जोखिम उठाकर पार करने में तेज पानी में डूबने का डर बना रहता है। अभी हालत ऐसी है कि एक बार में एक ही व्यक्ति अथवा दुपहिया वाहन की आवाजाही संभव है।
बीते दिनों सीमेंट से भरे ट्रैक्टर की ट्राली पूरी तरह पलट गई थी। किसी तरह ग्रामीणों के सहयोग से ट्रैक्टर और सीमेंट को निकाला गया। हालांकि इस दौरान जान माल का कोई नुक्सान नहीं हुआ।
प्रतिदिन इस मार्ग से शिक्षक, शासकीय कर्मचारी, स्कूली बच्चे व ग्रामीण आवागमन करते हैं।यह रपटा मुरनार, बेचा,सरगीपाल,कोसपड़़का,गोंगला,पिड़दिंलपर एवं अबुझमाड़ के गांवों को जोड़ने का एकमात्र माध्यम व विकल्प है।
आमजन की परेशानियों को देखते हुए भी जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अमला इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर पा रहा है।