नक्सलीयो ने अपने प्रेस विज्ञप्ति में घटना की जिम्मेदारी ली है जाने क्या कहा है पूरी बात
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) पूर्व बस्तर डिविजन कमेटी प्रेस ब्यान
24.11.2023 को पुलिस, डीआरजी गुण्डों के लिए प्रेसर बम रखेते इस में 2 मजदूर रितेश गागड़ा, श्रावन कुमार गागड़ा की मौत हुई और एक की उमेश राना घायल हो गया. केंद्र-राज्य सरकार, निको जायसवाल टेकेदार-झा इस मौत की नैतिक जिम्मेदारी है ! नारायणपुर जिला छोटेडोंगर आमदई पहाड़ पर पुलिस कैम्पों के नजदीक टेली विजन कार्य के लाड़ी पर प्रेसर
बम विस्फोट में 2 मजदूरों की मौत और एक घायल को दुख जाहीर करेगें. यह प्रेसर बम मजदूरों के लिए नहीं रखे थे. पीएलजीए ने जनसंघर्ष जनयुद्ध के तहत आमदई पहाड़ को बचाने की जनआक्रोश के साथ बड़े पूंजीपतियों के लिए आमदई पहड़ी व 84 प्रगन के जनता की अस्तित्व-अस्मिता-आत्मासमान इज्जत अधिकार को मिटाने वाली निको कम्पनी के सुरक्षा करने वाली पुलिस, डीआरजी गुडों के लिए प्रेसर बम रखी थी. लेकिन कभी भी किसान मजदूरों को मारने के लिए नहीं रखती है. पीएलजी इस के अलावा कई बार सलाह सुजाव चेतावानी और गंभीर चेतावानी भी देते आती है. मगर ये एक द्रुभ्धया के रूप में घटना हुआ है.
आमदई जीवनदायनी उत्तम घाटी को बचाने के लिए बस्तर संभाग के जनता आमदई घाटी में आंदोलन खड़कती ठण्ड दिन में एक सप्पताह तक महिला-पुरूष अपनी आवाज से एलान करके शासन प्रशासन व पुलिस प्रशासन को चेतावानी दिये थे. फीर भी गैर कानून के तहत पेशा कानून को धजीयां उड़ाकर पुलिस प्रशासन की नौकरशाही तानाशाही के जरीये बंदूक की नोक से जनता की आवाज को दबाकर निको जायसवाल कम्पनी की झा टेकेदार के के माध्यम अवैध तरीके से खदान डुलाई जनता की आंखों पर धूल बौचारा (फेरते) हुए लेजा रहे हैं. इन गुण्डे गर्दीओं के विरूध में तो हमेशा निशाना नीसाना रहेगा. जब तक खदान बंद करके वापस नहीं जाएगा तब तक बम फटते ही रहेगें, क्यों कि 2021 दिसम्बर को आमदई पहाड़ पर 6 पुलिस कैम्प बिठाकर खदान डुलाई 4-5 सौ गाड़ियों से डुलाई कर रहे हैं. और आस पास के गांव वालों ने प्रति दिन 400 से ज्यादा लोग काम करने जा रहे हैं इस में हर व्यक्ति को 550 रूपय मिलता है. पैसा लेकर मजदूरी, वर्करस काम में और डण्डा लेके दिन भर कड़े होके डिय्युटी कर रहे हैं. इसके खिलाफ कई बार खदान बंद करने की अपील करने के बावजूद भी खदान लूटने का काम जारी ही है,
माओवादी पार्टी, पीएलजीए ने जनता की जान माल को बचाने के लिए ही हमेशा ख्याल रखती है. लेकिन आमदई पहाड़ पर कोई मजदूर य किसान छात्र, बेरोजगार नुक्सान होगा तो केंद्र राज्य सरकार की मोदी, अमितशाह, बूफेश बघेल और निको जायसवाल कम्पनी, टेकेदारी झा की नैतिक जिम्मेदारी है. डीआरजी पुलिस व भाजपा नेताओं की मौत को शहीद घोषित करती है. लेकिन आमदई खदान माईंस में काम करने
वाले मजदूरों की जान चली गई तो मौत की दर्जा दे रहे हैं. पैसों के लालच देखकर जान को खतरे में डिय्युटी दिया जा रहा है.
अपील
मजदूरों की परिजनों, संगजनों मजदूरों खदन एजेंट, गाड़ी मालिख, युनियन के अध्यक्ष व कार्यकर्ताओं से हमारी
आमदई पहाड़ी के ऊपर नीचे पुलिस कैम्पों के आस-पास कई बम पटेगा लेकिन हम तो माईस के आस पास सैकड़ों बम रखे गये हैं. फीर भी दो साल से पोस्टर, बैनार, पर्चा, स्टेटमें के माध्यम से संदेश जनपक्षधार मिडिया के माध्यम से जानकारी देते आ रहे हैं. आज भी जानकारी दे रहे हैं कि निको कम्पनी की खदान गाड़ियों को जला दो कम्पनी के टेकेदार झा को जनआदलत के तहत छोटेडोंगर में मौत की सज्जा दो. मजदूरी करने वाले खदान युनियन माईनिंग गाड़ियों का मालिख अध्यक्ष ड्रायवर, चोरी चुप्पी से खदान डुलाई में गाड़ी लगाने वाले काम बंद करके वापस भेजो. खदान दलाल एजेंट काम बंद करने के लिए जरा सोचो.
कोई भी अपनी जान माल को बचाने के लिए सोचने वालों को हमारी अपील जारी रहेगा. खुद जान बूजकर आत्मा हत्या के रूप में काम करना बंद करो. डीआरजी पुलिस गुण्डों के साथ मजदूरी करना बंद करो. क्यों कि डीआरजी पुलिस ने पूंजीपतियों की सरकार की सुरक्षा देने वाली, निको कम्पनी की गुलाम बनकर आमदई पहाड़ पर
डिप्युटी करने वाली है. उनकी दोस्त बनकर काम करना बंद नहीं करने वालों को हमेशा सज्जा बुगतना होगा. जल-जंगल-जमीन व अस्तित्व-अस्मिता-आत्मासमान इज्जतअधिकार के लिए लड़े और खदन को बंद करो. आमदई पहाड़ को बचाने की जनसंघर्ष में आगे आने की पूर्व बस्तर डिविजन कमेटी आह्वन करती है.
28-11-2023
पूर्व बस्तर डिविजन कमेटी
नीति
प्रवक्ता
सीपीआई (माओवादी)