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CHHATTISGARH : जल -जंगल-जमीन की रक्षा करने वाले “माड़ बचाव मंच” आंदोलनकारियों के 150 वा दिन पूरे हुए, अभी भी भारी बारिश में डटे हुए हैं।

जल -जंगल-जमीन की रक्षा करने वाले “माड़ बचाव मंच” आंदोलनकारियों के 150 वा दिन पूरे हुए, अभी भी भारी बारिश में डटे हुए हैं।

नारायणपुर – जल जंगल जमीन के रक्षक इन दिनों लगातार अपनी मांगों को लेकर अबूझमाड़ के अलग-अलग स्थानों में आंदोलन कर रहे हैं।

ओरछा क्षेत्र के लगभग 90 गांव के आदिवासी आदेश रोड में आंदोलन कर रहे हैं ,
इन आदिवासी समूह का लगातार 150 वा दिन पूरे हो गए हैं ।

आदिवासी “मांड बचाओ मंच” अपनी मांगों को लेकर इस कदर अपने आप को तकलीफ दे रहे हैं कि सरकार को इस ओर कोई ध्यान नहीं जा रहा हैं।

आंदोलन में शामिल छोटे बच्चे, लड़का लड़की, गर्भवती महिलाएं वयस्क और बुजुर्ग सारे लोग एक मंच में आकर धरना पर बैठे हैं।

अबूझमाड़ में होती है मूसलाधार बारिश

इस साल की गर्मी ने पूरे देश को गर्मी से निछोड़ दिया  भरी गर्मी में आदिवासी समूह लगातार धरना पर बैठे हुए थे चमड़ी जला देने वाली गर्मी को हराकर अब मूसलाधार बारिश में तेज बारिश का सामना करते हुए आंदोलन कर रहे ग्रामीण,  पहली बरसात में ग्रामीण अपने सारे काम को छोड़कर धरना पर बैठे इस उम्मीद से की उनकी मांगे पूरी हो जाए।

बारिश में बीमारियों का खतरा

बारिश में होने वाली बीमारी बड़ा खतरनाक होता है इस मौसम में बीमारी बहुत जल्दी लग जाती है अब देखना है आदिवासियों का मांग कब तक शासन-प्रशासन पूरा करता है।

Bindesh Patra

युवा वहीं होता हैं, जिसके हाथों में शक्ति पैरों में गति, हृदय में ऊर्जा और आंखों में सपने होते हैं।

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