छत्तीसगढ़ के चिकित्सा अधिकारियों ने राजधानी में भरी हुंकार –
ज्ञात हो कि CIDACON में छत्तीसगढ़ राज्य के सर्विस डॉक्टरों का सबसे बढ़ा संगठन “सीड़ा” ( छत्तीसगढ़ इन सर्विस डॉक्टर एसोसिएशन ) राज्यस्तरीय सम्मेलन राजधानी रायपुर में संपन्न हुआ ।
1500 से अधिक शासकीय चिकित्सको का संगठन कोरोना महामारी के बाद अपनी अलग अलग मांगो को ले कर समय समय पर ज़िला स्तरीय आंदोलन करता रहा है। महामारी पर अपनी और अपने परिवारजनों के जान के दाव पर लगाने के बाद भी शासन से केवल सांत्वना ही हाथ आई ।
कोरोना महामारी में जहां सर्विस डॉक्टरों ने जान दांव पर लगाकर काम किया और कई डॉक्टर्स शहीद भी हो गए। कोरोना महामारी तो चली गई,लेकिन सर्विस डॉक्टरों की समस्याएं वहीं की वहीं रह गई ।
अधिवेशन में मुख्यतौर पर
चिकित्सा कर्मीयो की सुरक्षा की बात प्रमुखता से राखी गई। साथ ही चिकित्सक जो कि अपनी क्षमता से बहुत अधिक ड्यूटी कर रहे है जिसके कारण वे अवसाद से ग्रसित हो रहे है अतः चिकित्सको का कार्यदायित्व का समय अवधी निर्धारित होने की माँग, वेतन विसंगतिया एवम् तदर्थ नियमितीकरण , चार स्तरीय वेतनमान एवं अध्ययन अवकाश। जैसे अन्य मांगो को लेके सीड़ा का महाधिवेशन सम्पन हुआ।
इस महाधिवेशन में राज्य के चिकित्सकों के विभिन्न संगठन हाथ से हाथ मिला कर चिकित्सको के हित के लिए खड़े हुए –
डॉक्टर कमलेश इजारदार प्रेसिडेंट JUDA ,
डॉक्टर हीरा सिंग लोधी प्रेसिडेंट UDFA, डॉक्टर विनय वर्मा अध्यक्ष फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एसोसिएशन छत्तीसगढ़ , डॉक्टर प्रेम चौधरी JUDO प्रेसिडेंट , डॉक्टर मीरा बघेल सेवानिवृत्त मुख्य चिकित्सा एवम् स्वास्थ्य अधिकारी के साथ कई जॉइंट डायरेक्टर हेल्थ ने अपनी उपस्थिति कर सदैव समर्थन देने की बात कहीं ।
प्रभारवाद पदोन्नति का पहला हाशिया – सीड़ा के अध्यक्ष डॉक्टर इक़बाल ने प्रभारवाद को हाशिया कीं संज्ञान देते हुए बताया की शासन प्रशासन नियमित बीएमओ , सीएमएचओ के स्थान पर चिकित्सा अधिकारियों को प्रभार पर किराए पर रखे हुए है , उदाहरण देते हुए डॉ इक़बाल ने बताया की शक्ति जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सूरज राठौर वर्ष 2016 के चिकित्सा अधिकारी है जिले में उनसे कई वरिष्ठ चिकित्सक है , पर शासन ने ना वरिष्ठता का ध्यान रखा ना पदोन्नति का ॥*
*आईएमए और सीडा की एकता से जिले के हर चिकित्सक की अधिकारो की रक्षा – डॉक्टर गिरी *
*छत्तीसगढ़ आईएमए के सचिव एवम हॉस्पिटल बोर्ड के अध्यक्ष डॉक्टर प्रशांत दिवेदी एवम डाक्टर राकेश गुप्ता ने बताया कि जिले के किसी भी चिकित्सक के अधिकारों के हनन और उन पर हो रहे अत्याचार पर आईएमए हर समय उनके साथ है एवं सिडा के द्वारा शासन को बार बार पंद्रह बिन्दुओं के माँग कर शासन को अवगत कराया जा रहा है । जिसमे आईएमए उनके साथ है ॥*