बजट के बाद सरकारी कर्मचारी और अनियमित कर्मचारी परिवार का बेरंग हो गई होली…. बजट को लेकर कहा बड़ी बात
सरकारी कर्मचारी अजय तिवारी का कहना है कि “बजट से शासकीय कर्मचारियों को काफी कुछ उम्मीदें और अपेक्षाएं थीं, लेकिन वह पूरी नहीं हो सकीं. होली का त्यौहार भी नजदीक है और इस होली त्यौहार में बजट पेश होने के बाद यह त्योहार भी बेरंग हो गया. तमाम तरह के धरना प्रदर्शन करने के बाद भी बजट में नतीजा शून्य रहा. महंगाई भत्ता वेतन विसंगति जैसे मुद्दों को सरकार ने इस बजट में दरकिनार कर दिया है.”
अनियमित कर्मचारी सुदर्शन मंडल ने कहा कि काला बजट “सरकार ने बजट में अनियमित कर्मचारियों के बारे में किसी तरह की कोई भी बात नहीं कही है. प्रदेश के शासकीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता जैसे मुद्दों पर भी सरकार ने इस बजट में कोई प्रावधान नहीं किया.” उन्होंने बताया कि “साल 2004 के बाद नियुक्त शासकीय कर्मचारियों को 18 साल के एरियर्स की राशि वापस दिलाने के लिए इस बजट में कोई चर्चा नहीं की गई. एक एक कर्मचारियों का 5 से 7 लाख रुपये डूब गया है. इस बजट से प्रदेश के शासकीय कर्मचारी असंतुष्ट हैं.”