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वीआइपीज को होती है पत्रकार और आम नागरिकों से परेशानी ऐसे अन्याय के खिलाफ संघर्ष करने के लिए पत्रकार हुए एकजुट:  जिले में गणतंत्र दिवस के कवरेज के दौरान  हुआ था दुर्व्यवहार

 

वीआइपीज को होती है पत्रकार और आम नागरिकों से परेशानी ऐसे अन्याय के खिलाफ संघर्ष करने के लिए पत्रकार हुए एकजुट:  जिले में गणतंत्र दिवस के कवरेज के दौरान  हुआ था दुर्व्यवहार

Narayanpur: पत्रकारों के साथ हो रहे जुल्मों सितम के खिलाफ संघर्ष करने के लिए जिले के पत्रकारों द्वारा एकजुटता दिखाई गई है। पत्रकारों ने पुलिस और प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अफसर अपना अड़ियल रुख छोड़कर पत्रकारों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें। अन्यथा पत्रकार प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। बता दें कि जिले में स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में गुरुवार को पत्रकारों की एक आपत बैठक संपन्न हुई है। बैठक में उपस्थित सभी पत्रकारों ने एक स्वर में कहा कि पत्रकार समाज का एक आईना होता है, जब वह भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ लिखता है तो वह पुलिस और प्रशासन के उत्पीड़न का शिकार हो जाता है। इतना ही नहीं जब शराब, सटोरिए एवं जुआरी नशे के कारोबार करने वाले गुंडों बदमाशों के खिलाफ खबर लिखता है तो खबरों से गुस्साए लोग प्रशासन को प्रभाव में लेकर उसे फर्जी मुकदमे में फंसा कर जेल के सलाखों के पीछे भेजवा देते है या पत्रकारों की हत्या करवा दी जाती है। इन सभी मामलों को लेकर 26 जनवरी 2023 गुरुवार को जिले के पत्रकारों द्वारा बैठक आहूत किया गया उक्त बैठक में आज गणतंत्र दिवस के कवरेज के दौरान जिले के कुछ पत्रकार साथियों के साथ दुर्व्यवहार जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा किया गया वही कवरेज करने से पत्रकारों को रोका गया। जिससे जिले के पत्रकारों के द्वारा नाराजगी जाहिर करते हुए शासकीय खबरो का आगामी 30 दिनों तक बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया। बता दें कि नारायणपुर जिले में इस तरह की घटना जिले के पत्रकारों के साथ दो-तीन माह से आम बात हो गई है। पहले भी इस तरह की घटना कई बार हो चुकी है। उक्त बैठक मे जिले के सभी पत्रकार अपनी सहमती प्रदान करतें करते हुए पत्रकारों के साथ हुई दुर्व्यवहार की घटना की घोर निंदा की है, बैठक में पत्रकारों ने प्रशासन से किसी भी प्रकार की वार्ता नहीं करने का निर्णय लिया है।

 

बैठक में प्रदेश के तमाम पत्रकारों से भी नारायणपुर जिले के पत्रकारों के साथ हो रहे जुल्मों सितम के खिलाफ संघर्ष करने में सहयोग प्रदान करने की अपील की गई है। पत्रकारों को एकजुट होने की जरूरत है। श्रमजीवी पत्रकार कल्याण संघ के जिलाध्यक्ष सुनील राठौर, छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिला अध्यक्ष कैलाश सोनी एवं छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन के जिला अध्यक्ष रवि साहू ने एक स्वर में पुलिस और प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अफसर अपना अड़ियल रुख छोड़कर पत्रकारों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें। अन्यथा पत्रकार शासन स्तर पर पत्राचार कर अन्याय के खिलाफ आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।

 

बैठक मे हेमंत संचेती, मो. इमरान खान, विशाल चौहान, बिंदेश पात्र, नागवेंद्र नागवंशी, मनीष राठौर, अभिषेक बैनर्जी, डीगेश जैन, सुदीप झा, हरीश पारेख, संत उसेंडी, अलसाबरीन नाज, अनूप भट्टाचार्य, आकाश राजपूत, वली आजाद, नरेंद्र मेश्राम, प्रशांत सिंह, शेख महमूद सहित दर्जनों पत्रकार मौजूद रहे।

Bindesh Patra

युवा वहीं होता हैं, जिसके हाथों में शक्ति पैरों में गति, हृदय में ऊर्जा और आंखों में सपने होते हैं।

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