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नारायणपुर: जिले में सर्व प्रथम राम चरित मानस को जन जन तक पहुंचाने के लिए सन् 1979 के विजयादशमी महापर्व…

नारायणपुर जिले में सर्व प्रथम राम चरित मानस को जन जन तक पहुंचाने के लिए सन् 1979 के विजयादशमी महापर्व

के शुभ अवसर पर श्री बाल समाज लीला मंडली शितला मंदिर कुम्हारपारा नारायणपुर के द्वारा रामलीला का मंचन प्रारंभ स्थानीय कलाकारों के माध्यम से किया गया ।जो वर्तमान में 43 वर्षों के लंबे ऐतिहासिक पलों को संजोए हुए नारायणपुर जिले के लोगों में एक अलग पहचान बनाने में सफल रहते हुए, आज भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है और नारायणपुर जिले के अंदरूनी इलाकों में राम चरित मानस को विस्तारित करते हुए बाल समाज लीला मंडली कुम्हारपारा एक गुरु के रूप में अपने आपको स्थापित कर लिया है जिसका अनुसरण आस पास के गांवों में किया जाता है।

इन्हीं ऐतिहासिक क्षणों को एक बार फिर से देखने और अनुभव करने के लिए प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी विजयादशमी पर्व के शुभ अवसर पर रामलीला का मंचन भव्यता के साथ किया जाना है जिसके सफल आयोजन के लिए रामलीला समिति का गठन किया गया है जिसके अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी श्री *वासुदेव भारद्वाज*।, उपाध्यक्ष श्री चमर सिंह प्रधान सचिव श्री राजेश नाग सहसचिव कोषाध्यक्ष श्री हिरमन पुजारी सह कोषाध्यक्ष हरेंद्र देहारी ,*संरक्षक* -पुरुषोंत्तम नाग, श्री श्यामलाल कश्यप, श्री शंकर पांडे, श्री शरद बघेल, श्री माता प्रसाद मण्डावी , श्री संबलसिंह बेलसरिया श्री मोहन मेड़िया,। श्री माहंगू पांडे ,श्रीमती बुधनबाई बेलसरिया,श्री रामलखन गुप्ता ,श्रीमती प्रमिला प्रधान ,श्रीआनंद देहारी। *सदस्यगण* – श्रीमती चंदाबाई पात्र, श्री सुखचन्द पाण्डे ,कमल पाण्डे कौशल बघेल,कमलेश कुपाल,संतोष पवार, तरुण देहारी ,कमल कुपाल , किशोर नायक, अन्नु भोयर,राजू यादव, नरेन्द्र कुपाल, गणेश पांडे, सुकलाल कुपाल, रामटेके सर,

Bindesh Patra

युवा वहीं होता हैं, जिसके हाथों में शक्ति पैरों में गति, हृदय में ऊर्जा और आंखों में सपने होते हैं।

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