महतारी वंदन योजना : जिले के 27 हजार से अधिक महिलाओं के खाते में 02 करोड़ 78 लाख रूपए की पहली किश्त का अंतरण
उत्साह से कार्यक्रम में सराबोर महिलाओं के चेहरे में खुशी की लहर
विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के 3 हजार 687 महिलाएं हुई पात्र
नारायणपुर:- 10 मार्च 2024/अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में 10 मार्च आज महिलाओं के लिए विशेष दिन रहा। महिलाओं में उत्साह देखते ही बन रहा था। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी राज्य मुख्यालय, जिला मुख्यालय, ब्लॉक मुख्यालय एवं नगरीय निकायों में आयोजित कार्यक्रमों से सीधे वर्चुअल जुड़कर महिलाओं को संबोधित किया । इस अवसर पर महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की 70 लाख से अधिक महिलाओं के साथ साथ नारायणपुर के लगभग 3 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में डी.बी.टी. के माध्यम से पहली किश्त का अंतरण किया गया।
जिले के मावली माता मेला स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन का आयोजन किया गया। विकासखंड मुख्यालय ओरछा में भी महतारी वंदन कार्यक्रम का आयोजन किया गया |रायपुर में मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय शामिल हुए। उन्होंने सम्मेलन में छत्तीसगढ़ को बाल विवाह मुक्त करने के अभियान का शुभारंभ भी किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रदेश की जनता को दी गई गारंटी को पूरा करते हुए राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में 01 मार्च 2024 से नवीन महतारी वंदन योजना लागू की गई है। योजना के तहत 21 वर्ष से अधिक आयु की पात्र विवाहित महिलाओं को एक-एक हजार रूपए की मासिक वित्तीय सहायता दी जाएगी। इस प्रकार महिलाओं को 12 हजार रूपए वार्षिक प्राप्त होगा। जिले के 27 हजार 803 महिलाओं को 02 करोड़ 78 लाख 3 हजार रूपए उनके खाते में राशि अंतरित की गई। इसी प्रकार जिले के पीजीटीजी वर्ग 03हजार 687 महिलाएं शामिल हैं, छोटे डोंगर परियोजना अंतर्गत 6हजार 174 महिलाएं पंजीकृत थीं, जिसमें से 6हजार 138 पात्र है जिसमें 61 लाख 38 हजार रुपए उनके खाते में हस्तांतरित किया गया | जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को बाल विवाह मुक्त करने का शपथ भी दिलाया गया।
इस अवसर पर सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष रूपसा सलाम , गौतम एस गोलछा, बृजमोहन देवांगन, जिला पंचायत सदस्य प्रताप मंडावी, श्रीमती अमिता कुमेटी, जैकी कश्यप सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री बिपिन मांझी, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार,जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आकांक्षा शिक्षा खलखो, महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी रविकांत ध्रुवे, परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक सहित ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र की महिलाएं उपस्थित थी।