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छत्तीसगढ़

कृषि महाविद्यालय नारायणपुर में हुआ एक दिवसीय यातायात सुरक्षा कार्यशाला सम्पन्न

कृषि महाविद्यालय नारायणपुर में हुआ एक दिवसीय यातायात सुरक्षा कार्यशाला सम्पन्न

डॉ. नशीने ने कहा: सड़क सुरक्षा है जीवन रक्षा

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के अंतर्गत कृषि महाविद्यालय एवं अनुसन्धान केन्द्र, नारायणपुर में एक दिवसीय यातायात सुरक्षा कार्यशाला का आयोजन यातायात पुलिस विभाग नारायणपुर के संयुक्त तत्वधान में सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ सरस्वती मां स्वामी विवेकान्द और छत्तीसगढ़ महतारी की छायाचित्र के समक्ष दीप जलाकर और पुष्पांजलि किया गया।

कार्यक्रम में यातायात विभाग नारायणपुर के श्री वीरेन्द्र कुमार वर्मा, उप निरीक्षक मुख्य अतिथि, विशिष्ठ अतिथि श्री बलवंत उईके शिक्षक एवम श्री श्रीकांत पटेल शिक्षक शासकीय उचत्तर माध्यमिक शाला बिंजली तथा डॉ. रत्ना नशीने, अधिष्ठाता एवं कार्यक्रम अधिकारी, रा.से.यो. की अध्यक्षता रही । विशेष उपस्थिति श्री अनुज टोप्पो, प्रधान आरक्षक, श्री हरीशचंद्र उइके, आरक्षक, श्री दिलीप निर्मलकर आरक्षक तथा श्री बजनाथ कुमेटी आरक्षक की रही ।

अधिष्ठाता एवं राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी डॉ. नशीने ने कहा कि जीवन एक बार मिलता है और हमें इसे ईश्वर का वरदान समझकर अच्छे से जीना चाहिए अपने और दूसरों की जीवन रक्षा के लिए यातायात नियमों और नियमित गति से वाहन चलाना चाहिए, याद रखिए “सड़क सुरक्षा है जीवन रक्षा।” इस साल राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 2024 की थीम, “सड़क सुरक्षा नायक बनें” है। यानी सड़क सुरक्षा बढ़ाने और दुर्घटना के बाद लोगों की सहायता करने पर जोर दिया जाएगा। इस साल की थीम सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने में सार्वभौमिक भागीदारी पर जोर देती है।

मुख्य अतिथि, श्री वीरेन्द्र कुमार वर्मा ,उप निरीक्षक ने छात्रों और ग्रामीणों को सड़क सुरक्षा का महत्व और गुर बताए साथ बच्चों को धीमी गति से वाहन चलाने के लिए निर्देशित किया। हर दिन सड़क पर कई दुर्घटनाएं होती हैं। इसमें बहुत से लोगों की मौत हो जाती है और कई लोग घायल हो जाते हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण लोगों द्वारा ट्रैफिक नियमों का पालन न करना है। सड़क पर पैदल चलते हुए या वाहन चलाते समय किसी तरह की भी लापरवाही खतरनाक होती हैं। ऐसा करने से केवल उन्हें ही नहीं बल्कि आप-पास के लोगों को भी घटना का शिकार होना पड़ता है।

श्री बजनाथ कुमेटी जी, आरक्षक ने ग्रामीणों और बच्चों को सड़क पर वहां चलाए समय ध्यान में रखने वाले संकेत और चिन्हों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सड़क हादसों और चोट के मामलों की संख्या को कम करने के साथ ही सावधान और सुरक्षित होने के लिये सभी आयु वर्ग के लोगों के लिये सड़क सुरक्षा संकेतों के बारे में जानना बहुत जरुरी है। इसलिये, सभी को सख्ती से सड़क यातायात लाईटों के सभी नियमों, नियंत्रकों और चिन्हों का अनुसरण करना चाहिये।

श्री अनुज टोप्पो, प्रधान आरक्षक जी ने बताया कि किसी भी वाहन के परिचालन से पूर्व हेलमेट पहनें और ड्राइविंग लाइसेंस साथ में रखें एवं यातायात पुलिस का उचित यातायात संचालन में सहयोग करें।

आरक्षक श्री दिलीप निर्मलकर ने बताया कि जब सड़क पर कोई दुर्घटना हो जाए तो निर्भीक होकर पुलिस को सूचित करें, तथा अग्रिम कार्यवाही में वांछित रूप से सम्मिलित हो सकते हैं, इसलिए डरने की कोई आवश्यकता नहीं है, आपकी एक सूचना किसी के परिवार की मुस्कान बचा सकता है। कार्यक्रम में सड़क सुरक्षा विभिन्न विषयों पर छोटे छोटे वीडियोज़ के माध्यम से भी जनकारी दी गई ।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या मे बिंजली ग्राम के ग्रामीणजन तथा महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समस्त मार्गदर्शन डॉ. रत्ना नशीने अधिष्ठाता एवं कार्यक्रम अधिकारी, रा.से.यो. के द्वारा किया गया जिसमें डॉ. जे. एल. नाग, प्राध्यापक,डॉ. अनिल दिव्य सहायक प्राध्यापक ,अतिथि शिक्षक डॉ. कृष्णा गुप्ता, डॉ. नवनीत ध्रुवे, डॉ.सुमित, डॉ. खेमलता ठाकुर, श्री किशोर कुमार मण्डल, श्री संजय सोनकर तथा श्री सूर्यकान्त चौबे की उपस्थिती रही । मंच संचालन चतुर्थ वर्ष छात्र अंगद राज बग्गा और कीर्ति साहू एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री सूर्यकान्त चौबे ने किया।

Bindesh Patra

युवा वहीं होता हैं, जिसके हाथों में शक्ति पैरों में गति, हृदय में ऊर्जा और आंखों में सपने होते हैं।

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