तापमान बढ़ने से नारायणपुर की हवा में बढ़ी प्रदूषण की मात्रा कारण प्रकृति नहीं, दो लोहा खदान खोलने के होड़ अंधाधुन पेड़ कटाई और ट्रकों, गाड़ियों से निकलने वाला जहरीला धुआं है.. और जाने क्या होगा दुष्परिणाम
खदान खोलनेेे के बाद नारायणपुर शहर के वातावरण में धूल और कण की मात्रा बढ़ने से वातारण प्रदूषित हो गया है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष का तापमान काफी बड़ा हैं।
पिछले कुछ दिनों में शहर में मौसम में एका-एक बदलाव देखने को मिला है। बदले मौसम ने यहां की हवा को भी प्रदूषित कर दिया है। विगत दिनों में अचानक बढ़े तापमान के चलते आसमान से मालवाहक गाड़ियां ने, न सिर्फ वातावरण की नमी को खत्म कर दिया है, बल्कि वातावरण में धूल कणों के बढ़ने से हवा भी दूषित हो गई है। दूषित हवा अब सांस रोगियों के लिए फांस बनने लगी है।
अगर हम मई के महीने की बात करें तो तीसरे सप्ताह में ही मौसम का तापमान 36 डिग्री सेंटीग्रेड से लेकर 39 डिग्री सेंटीग्रेट तक पाया जा रहा है। इस प्रकार हवा के गर्म होने के साथ ही मौसम में धूल के कण भी काफी बढ़ चुके हैं।
नारायणपुर में बढ़ वायु गुणवत्ता सूचकांक मुख्य बातेंअचानक बढ़े तापमान से खदानों से लेकर निकलने वाला भारी वाहन ने खत्म कर दी वातावरण की नमी मई के तीसरे सप्ताह में 39°C तक पाया अधिकतम तापमान नारायणपुर शहर में गाड़ियों से निकलने वाला कार्बन डाइऑक्साइड गैस लोगों के लिए जहर बनता जा रहा है।
अगर हम मई के महीने की बात करें तो तीसरे सप्ताह में ही मौसम का तापमान 36 डिग्री सेंटीग्रेड से लेकर 39 डिग्री सेंटीग्रेट तक पाया जा रहा है। इस प्रकार हवा के गर्म होने के साथ ही मौसम में धूल के कण भी काफी बढ़ चुके हैं।
आमदई खदान से बढ़ा एयर क्वालिटी इंडेक्स
इन दिनों, लोहा खदान चालू होने के बाद अंधाधुन पेड़ कटाई भारी वाहनों का बढ़ना ने भी तापमान में इजाफा ही किया है। इसके चलते यहां औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से ऊपर पहुंच चुका है। मई के महीने की शुरुआत से ही एयर क्वालिटी इंडेक्स के उतार-चढ़ाव की बात करें, तो अंधाधुन पेड़ कटाई व वाहनों की भीड़ के साथ ही इसमें तापमान में चढ़ाव होता रहा। प्रारंभिक माह में जहां रोड चौड़ीकरण के चलते हजारों विशाल वृक्षों के कटाई और नारायणपुर में 2 माइल खोलने के रोड में आज यहां की हालत खराब होता दिख रहा है।