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प्रकृति रक्षक आदिवासियों ने भालू के बच्चे को बचाया, घर में कर रहे देखभाल.

प्रकृति रक्षक आदिवासियों ने भालू के बच्चे को बचाया, घर में कर रहे देखभाल.

सुशील सलाम

कांकेर जिले के आलदंड गांव में एक आदिवासी परिवार ने भालू के बच्चे को बचाया है। आलदंड निवासी अजीत नरेटी जंगल में भालू के बच्चे को देखा फिर उसे बचाकर अपने साथ घर ले आये और अब इस भालू के बच्चे को सुरक्षित रखे हुए हैं। इधर, सोशल मीडिया पर भालू के बच्चे का वीडियो वायरल होने के बाद वन विभाग हरकत में आया है। और भालू के बच्चे को अपने कब्जे में लेने की बात कही है।

इसके लिए वन विभाग ने अजीत नरेटी से संपर्क किया और उसके गांव जाकर भालू के बच्चे को लाने की बात कह रहे हैं। अजीत नरेटी ने यह भी बताया कि भालू का ये बच्चा अपनी माँ से अलग हो गया है और जंगल में अकेला था। उसे बचाकर घर लाया गया है और उसकी देखभाल की जा रही है। उन्होंने इस भालू के बच्चे को वन विभाग को देने की बात कही है।

दंडकारण्य दर्पण

Bindesh Patra

युवा वहीं होता हैं, जिसके हाथों में शक्ति पैरों में गति, हृदय में ऊर्जा और आंखों में सपने होते हैं।

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