CG : माड़ बचाओ अभियान’’ से प्रभावित होकर 03 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण।

जिला नारायणपुर में आत्मसमर्पण नीति ‘‘माड़ बचाओ अभियान’’ से प्रभावित होकर 03 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण।
विगत 02 दिन पूर्व ही ग्राम कुतुल में जन सुविधा एवं सुरक्षा कैम्प खोला गया और आज कुतुल एरिया कमेटी के माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण।*
वर्ष 2024 से अब तक 79 से अधिक बड़े/छोटे कैडर के माओवादी कर चुके है आत्मसमपर्ण ।
नारायणपुर जिले में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान एवं विकास कार्य भी बड़ा कारण रहा* ।
तेजी से बनती सड़के गांव तक पहुंचती विभिन्न सुविधिाओं ने इन्हें किया प्रभावि* त।*
* संगठन से मोह भंग और मिली निराशा एवं आंतरिक मतभेद के चलते किये है आत्मसमर्पण ।*
*आत्मसमर्पित माओवादी अब समाज के मुख्यधारा में जुड़कर निर्भीक रूप से चाहते है सामान्य जीवन जीना* ।
* वर्ष 2024 से अब तक 79 से अधिक बडे़-छोटे कैडर के माओवादी कर चु* के है आत्मसमर्पण।
* आत्मसमर्पण करने पर सभी माओवादियों को प्रोत्साहन राशि 25 हजार का चेक प्रदाय किया गया एवं मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा।*
श्री सुन्दरराज पी. (भा.पु.से.) पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज जगदलपुर, श्री अमित तुकाराम काम्बले (भा.पु.से.) पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर रेंज कांकेर के मार्गदर्शन, श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, श्री नरेन्द्र सिंह सेनानी 41वीं वाहिनी आईटीबीपी, श्री दुष्यंत राज जयसवाल सेनानी 29वीं वाहिनी आईईटीबी, श्री राजीव गुप्ता 45वीं वाहिनी आईटीबीपी, श्री अमित भाटी 53वीं वाहिनी आईईटीपी एवं श्री रोबिनसन गुड़िया (भा.पु.से.), श्री सुशील कुमार नायक अति. पुलिस अधीक्षक नारायणपुर के मार्गदर्शन में नारायणपुर पुलिस द्वारा आईटीबीपी, बीएसएफ, एसटीएफ संयुक्त बल साथ माओवादियों के विरूद्ध क्षेत्र में लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाये जा रहे है।
नक्सल उन्मुलन अभियान और अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर आज दिनांक 08.02.2025 को श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, श्री नरेन्द्र सिंह कमाण्डेंट 41वीं वाहिनी आईटीबीपी, उप पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रशांत देवांगन, श्री अविनाश कवंर, सुश्री अमृता पैकरा, श्री आशीष नेताम नारायणपुर के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किये। आत्मसमर्पण करने पर प्रोत्साहन राशि 25 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया एवं उन्हें नक्सल उन्मूलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा। इस अवसर पर जिला पुलिस बल, बीएसएफ व आईटीबीपी के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
*आत्मसमर्पित के नाम/पद*
*1 . रैनू उसेण्डी पिता कोहला उसेण्डी उम्र 48 वर्ष निवासी फरसबेड़ा थाना कोहकामेटा जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- जनताना सरकार अध्यक्ष ।*
*2 . मैनू वड़दा पिता अगनू वड़दा उम्र 45 वर्ष, निवासी कोड़कामरका थाना कोहकामेटा जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- जनताना सरकार सदस्य।*
*3 . सन्नू उसेण्डी पिता मुरा उसेण्डी उम्र 35 वर्ष निवासी फरसबेड़ा थाना कोहकामेटा जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- जनताना सरकार सदस्य।*
माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण के पीछे माड़ और नारायणपुर जिले में चलाये जा रहे विकास कार्य बड़ा कारण रहा तेजी से बनती सड़कें, गावों तक पहुँचती विभन्न सुविधाओं ने इन्हें प्रभावित किया है। संगठन के विचारों से मोहभंग एवं मिली निराशा, संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेद इनके आत्मसमपर्ण का बहुत बड़ा कारण है। छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति ने उन्हें नई उम्मीद दी है। सुरक्षा बलों के लगातार अंदरूनी क्षेत्रों में कैम्प स्थापित करने एवं क्षेत्र में चलाये जा रहे आक्रामक अभियानों एवं मारे जाने से उत्पन्न भय ने भी इन्हें संगठन छोड़ने के लिए प्रेरित किया है।
*नारायणपुर एसपी श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) द्वारा बताया गया कि-* शासन की पुनर्वास नीति के फायदे घर, नौकरी ने इन्हें आकर्षित किया है। इन्होने आत्मसमर्पण माड़ एवं खुद की भलाई के लिए सोचा है, और ‘‘माड़ बचाओ अभियान” उन्हें अब एक नई आस दी है। माओवादी की विचारधारा में भटके नक्सलियों को उनके घर वाले भी वापस लाना चाहते है। अब समय माड़ को वापस उसके मूलवासियों सौंप देने का है जहाँ वे निर्भीक रूप से सामान्य जीवन व्यतीत कर सके। नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व के दबाव में आकर नक्सली संगठन से जुड़े ग्राम स्तर/पंचायत स्तर/ एरिया स्तर के बड़े व छोटे कैडरों से अपील किया गया कि वे भय मुक्त होकर आत्मसमर्पण कर शासन की पुर्नवास योजना का लाभ लेवें