आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में वित्तीय शिक्षा को बढ़ावा देना और गहरा करना हमारी सामूहिक क्षमता को साकार करने के हमारे प्रयास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार तथा आईआईटी भिलाई द्वारा प्रायोजित तथा पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के सौजन्य से आज से शास. स्वामी आत्मानंद महाविद्यालय नारायणपुर में तीन दिवसीय वित्तीय साक्षरता कार्यशाला का शुभारंभ किया गया।
बैंकिंग आउटलेट के विस्तार, भुगतान बैंकों के निर्माण, छोटे वित्त बैंकों द्वारा आगे बढ़ाया गया। वित्तीय साक्षरता शिविर में कॉलेज स्टूडेंट और आम नागरीको को कर रहें जागरूक
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार तथा आईआईटी भिलाई द्वारा प्रायोजित तथा पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के सौजन्य से 23 फरवरी से 26 फरवरी तक वित्तीय साक्षरता कार्यशाला का शिविर किया जा रहा है। इसी के तहत नारायणपुर में वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया जा रहा हैं ।
इस अवसर पर छात्रों और आम नागरीको को बैंकिंग संबंधित शिक्षा दिए जा रहें. उनकी शंकाओं का समाधान किया जा रहा हैं । डॉक्टर सुनील कुमेटी ने कहा कि इस माध्यम से लोगों को डिजिटल जमा निकासी समेत बैंक द्वारा चलाए गए विभिन्न योजनाओं प्रति ग्राहकों को जागरूक करना है जिससे वह जालसाजी एवं धोखाधड़ी से बच सके। अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा योजना आदि की जानकारी दी गई। कुमेटी जी ने संबोधित करते हुए केसीसी ऋण, उसकी अदायगी व उद्यमिता विकास के लिए आवश्यक जानकारी दी गई। कहा कि हमेशा अधिकृत संस्थाओं से ही ऋण लें। जब भी कोई व्यक्ति ऋण लें तो अपनी देय मासिक किश्त और देय राशि का भुगतान समय से करें ताकि सिबिल स्कोर खराब न हो व आगे कभी भी बैंक से ऋण लेने में उन्हें कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि बैंक से ऋण लेने में सीबिल स्कोर की महत्वपूर्ण भूमिका है। सीबिल एक तरह कि क्रेडिट इनफार्मेशन कंपनी है। कोई भी अधिकृत संस्थान आवेदक को लोन देने से पहले जोखिम का मूल्यांकन करने के लिए उसके क्रेडिट स्कोर की जांच करता है।