NARAYANPUR : आजीविका मिशन बिहान स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से धोखाधड़ी 5 साल से हो रहा शोषण

आजीविका मिशन बिहान स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से धोखाधड़ी 5 साल से हो रहा शोषण

आजीविका मिशन बिहान से जुड़ी स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने जिला पंचायत में न्याय की गुहार लगाई है ।

अधिकारी घूमते रहे समूह की महिलाओ के इर्द-गिर्द

 

 

#दंडकारण्य_दर्पण

 

समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने 

महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्यों से पहले डीएलएफ मद से चार पहिया मैजिक (छोटा हाथी ) लगभग 5 लाख रुपये की गाड़ी बैंक से आधा लोन पर गाड़ी खरीदी करवाती है। 

 

लगभग एक महीना तक महिला समूह द्वारा गाड़ी को अपने हिसाब से आस-पास के गांव में चला रही थे। फिर एक दिन जनपद पंचायत के अधिकारी जाकर कहते हैं ₹60 हजार लगेगा घड़ी का बीमा करवाना होना है कह कर गाड़ी महिला समूह के गांव से वापस नारायणपुर लाया जाता है लगभग 3 महीना तक अधिकारी अपने पास गाड़ी का उपयोग करता है। 

 

इसके बाद महिला समूह को किस प्रकार बैंक के लोन के नाम से डराया जाता है।

 

धोखाधड़ी करने वाला बिहान का अधिकारी । महिला समूह से कहता है , तुम लोग गाड़ी नहीं चला पा रहे हो इस गाड़ी को भेज दो नहीं तो तुम लोग फस जाओगे , अधिकारी की फसाने वाली बात सुनकर महिला समूह के सदस्य डर गए और कहां ठीक है आप जैसा कह रहे हैं वैसा करेंगे।

जनपद पंचायत नारायणपुर बिहान का अधिकारी बीपीएम (ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर) लव डब स्कूल के संचालक के साथ स्कूल में बच्चों को 8 हजार महीना देने की सर्त पर घर से स्कूल तक लाने और वापस घर छोड़ने का कार्य में लगा दिया जाता है।

 

स्कूल संचालक टाटा मैजिक गाड़ी का उपयोग 2 साल तक अपने स्कूल में बच्चों को लाने और छोड़ने का कार्य किया करता था। 

 

समूह की महिलाओं ने जब 2 साल तक कोई रुपए नहीं मिलने पर स्कूल संचालक से बात किया तो स्कूल संचालक का जवाब आया गाड़ी मैं तो गाड़ी में बहुत काम करवाया हूं ,ड्राइवर को पैसा दिया हूं डीजल का पैसा दिया, मेरे पास पैसा नहीं बचा है कहकर अपना बात रखा।

 

स्कूल संचालक के इस जवाब को सुनकर समूह की महिलाएं दुखी हो गए और वापस फिर बीपीएम अधिकारी से मिलने पहुंच गए।

अधिकारी इस बार फिर दूसरे आदमी (गद्दा वाला) इसाक बडगुजार से संपर्क करके गाड़ी किराया पर छोड़ देता है लगभग 1 साल तक गद्दा वाला गाड़ी चलाता है फिर पैसा की मांग करने पर गोलमोल जवाब दिया जाता है इस बात से दुखी होकर समूह की महिला कलेक्टर को शिकायत करने की बात कहते हैं कलेक्टर की बात सुनकर इसाक बरगुजार 10,000 रुपए महिला समूह को दे देता है। और कहता है बाकी पैसा बाद में दूंगा बचा पैसा अभी तक नहीं मिला ।

 

बार-बार धोखाधड़ी में फंसी महिलाओं ने गुरुवार को जिला सीईओ को शिकायती करने जिला पंचायत पहुंच गई बीपीएम पर कमीशन लेकर समूह को गुमराह करने का आरोप लगाया जा रहा है।

 

महिलाओं ने बताया है कि जिला पंचायत के कर्मचारियों से जिला सीईओ से मुलाकात करनी है कहां गया तो जिला पंचायत के कर्मचारी ने कहा आज मीटिंग है साहब नहीं मिलेंगे।

 

लाचार स्व सहायता समूह की महिलाएं अपनी शिकायत बिना बताए वापस दंडवन गांव चली गई

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