भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल नारायणपुर में तैनात 45 वाहिनीं के अनुरक्षण मैं जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़ के बस्तर एवं अबूझमाड़ परी क्षेत्र की 10 आदिवासी युवतियों के दल को अमृतसर पंजाब भ्रमण के लिए भेजा गया पिछले 3 माह के दौरान अब तक 6 चरणों में भारत के विभिन्न क्षेत्रों में वाहिनी द्वारा 62 युवक-युवतियों को भ्रमण के लिए भेजा जा चुका है यह कार्यक्रम आदिवासी युवा आदान प्रदान कार्यक्रम गृह मंत्रालय तथा युवा कल्याण एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की नीतियों के तहत नेहरू युवा केंद्र के सौजन्य से प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है भ्रमण से ना केवल आदिवासी युवाओं को भारत की भौगोलिक सांस्कृतिक विविधताओं की जानकारी मिलती है बल्कि देश में हो रहे कौशल विकास व तकनीकी परिवर्तनों विकास शील परियोजनाओं वैश्विक आधारभूत संरचनाओं के साक्षी बनने के अवसर प्राप्त होते हैं आदिवासी युवतियों का यह दल दिनांक २०-०३-२०२३ से दिनांक २८-०३-२०२३तक पंजाब के खूबसूरत शहर अमृतसर का भ्रमण करेगा तथा वहां स्थित स्वर्ण मंदिर सिखों का गुरुद्वारा जलियांवाला बाग भारत पाकिस्तान का बॉर्डर बाघा बॉर्डर ड्रिल विभिन्न सांस्कृतिक ऐतिहासिक एवं अन्य पर्यटन स्थल के स्थानों के दर्शन करेगा वह जानकारी हासिल करेगा रवानी से पूर्व युवतियों को संबोधित करते हुए श्री रोशन सिंह असवाल कमान अधिकारी सामरिक मुख्यालय 45 वाहिनी द्वारा भ्रमण के दौरान देश की विभिन्न विकास गतिविधियों कौशल विकास शैक्षणिक एवं रोजगार देश के विभिन्न राज्यों में हो रही तकनीकी विकास समसामयिकी परिवर्तन एवं सांस्कृतिक विरासत एवं वेशभूषा के बारे में जानकारी एकत्रित करने हेतु आग्रह किया साथ ही देश की सांस्कृतिक विरासत एवं गंतव्य स्थल अमृतसर पंजाब के बारे में विस्तृत जानकारी दी इस अवसर पर श्री मनोज साह उप सेनानी एवं 45 वी वाहिनी के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे