मां ने एक सप्ताह पहले छठवां बच्चे को जन्म दिया , बड़ा बेटा 8 साल का , दादी 75 साल की बुजुर्ग और पिता नक्सल अपराध में जेल गया , क्या हैं अबूझमाड़ की हकीकत….
अबूझमाड़ में गूंजी सामाजिक कार्यकर्ताओं को बेशर्त रिहा करने की मांग
नारायणपुर – अबूझमाड़ के तोयामेटा जंगल में ग्रामीणों में अक्रोस लगातार आंदोलन जारी हैं ।
बीते दिनों हजारों ग्रामीणों ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अबूझमाड़ के निर्दोष सामाजिक कार्यकर्ताओं को पुलिस नक्सली बताकर जेल में बंद किया है। सामाजिक कार्यकर्ता जगदीश मरकाम और आयतु उसेण्डी को बेशर्त रिहा करने की मांग ग्रामीण कर रहे हैं।
अबूझमाड़ नारायणपुर जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर तोयामेटा के जंगल में 13 ग्राम पंचायत के दर्जनों गांवों के हजारों ग्रामीण सर्व आदिवासी माड़ बचाओ बैनर तले दो माह से अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसमें नवीन पुलिस कैंप का विरोध ,पेसा कानून लागू करना और वन संरक्षण अधिनियम 2022 को निरस्त करने की मांग शामिल है। जंगल में खुले आसमान के नीचे विरोध प्रदर्शन अबूझमाड़ में इन दिनों हड्डी गलाने वाली कड़ाके की ठंड पड़ रही हैं जहा कई महिलाएं दुधमुहे बच्चो को लेकर आंदोलन में बैठी हैं । ग्रामीणों ने आज तोयामेटा के जंगल में एक विशाल रैली निकाली जहां जेल में बंद जगदीश मरकाम की बूढ़ी मां मीडिया को बयान देते वक्त रो पड़ी और दर्द बयां किया। उन्होंने बताया कि मेरा बेटा नक्सली नहीं है। घर का काम करता था परिवार में उसके छह बच्चे हैं अब उसे कौन पालेगा।
जगदीश मरकाम किसानी का काम करता है
जगदीश मरकाम के बड़े भाई बालसिंह मरकाम ने बताया कि जगदीश मरकाम के पास ट्रैक्टर है। वह खेती किसानी और वाहनों से काम करता है। डीजल लेने हमेशा नारायणपुर आता जाता था । आकाबेड़ा कैम्प खुलने के समय भी जगदीश मरकाम ने कैंप बनाने के लिए मदद किया था। उसी के वाहनों से खुदाई की गई थी अगर पुलिस को गिरफ्तार करना था तो उस समय क्यों नहीं किया।
पुलिस का कहना हैं।
13 वर्षों से नक्सल संगठनों में कार्य कर रहा था।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार ने बताया कि ‘जगदीश मरकाम निवासी हिकपाड विगत 13 वर्षों से कई नक्सल सगठनों में कार्य कर रहा था जो माओवादियो के साथ मिलकर दिसम्बर 2020 में निर्माण कार्य में लगे मिक्सर मशीन और अन्य मशीन को आग लगाने की घटना में शामिल था मई 2021 में नेड़नार निवासी लखम राम गोटा की पुलिस मुखबिरी के सदेह पर हत्या कर घटना को अजाम दिया था।इस मामले में आरोपी जगदीश मरकाम को कुकराझोर पुलिस ने विधिवत गिरफ्तार कर 17 दिसम्बर को जेल भेजा ।