रावघाट से जुड़ा नारायणपुर का भविष्य , रोजगार के अवसर खुलने से खदान क्षेत्र के युवाओं के चेहरे में खुशियां तो वही कुछ महिलाएं नाराज
नारायणपुर – भिलाई इस्पात संयंत्र की स्थापना के साथ ही छत्तीसगढ़ सहित दुर्ग जिला एवं भिलाई का विकास शुरू हुआ। आज भिलाई में तमाम सुविधाओ के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के सारे साधन उपलब्ध है। रावघाट से नारायणपुर क्षेत्र के लोगों का भविष्य जुड़ा हुआ है, यूं कहें तो नारायणपुर अब मिनी भिलाई बन जायेगा।
क्षेत्र युवाओं का कहना है हमारे क्षेत्र में रोजगार के साधन नहीं होने से यहां के युवा पलायन के लिए मजबूर है पलायन करने बोर गाड़ी, फैक्ट्रियां और बधुआ मजदूर रहकर सालों साल घर से बाहर रह कर जीवन यापन करते हैं । रावघाट माइंस खुले से सबसे पहले हमारी सबसे बड़ी परेशानी रोजगार की समस्या खत्म हो जाएगी हमको दूसरे प्रदेश में जाकर काम की तलाश करना नहीं पड़ेगा हमको हमारे गांव में रोजगार मिलेगा।
गांव के सरपंच पंच कोटवार गायता और महिलाओं का कहना है क्षेत्र में खदान खोलने से पूरे क्षेत्र का विकास होगा रोड पुलिया शिक्षा अच्छी अस्पताल और हमारे बच्चों को अच्छी नौकरी पाने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में नर्स बनने के लिए शिक्षा और ट्रेनिंग , इंजनियरी के क्षेत्र में शिक्षा और रोजगार उपलब्ध कराई जाएगी।
वही गांव में रहने वाले कुछ महिलाएं इस खदान के खुलने का विरोध भी कर रहे थे , उनका कहना है खदान खुलने से हमारा फसल खराब होगा आसपास में गंदगी या खेलेगी पहले उसका इंतजाम करें सरकार यह कहना है गांव की कुछ महिलाओं का उसके बाद माइंस खोलें। गांव के दूसरे पक्ष के लोगों ने महिलाओं को समझाने की बहुत कोशिश कर रहे थे कुछ समय बाद रोड से हट गए
BSP भिलाई से पहुंचे रावघाट माइंस के आला अधिकारियों ने माइंस खुलने के समर्थन में आए ग्रामीणों और बेरोजगार युवाओं के साथ माइंस चालू करवाने के लिए खदान में जाकर खदान की पूजा कर खदान से मॉल गाड़ियों को हरी झंडी दिखाई और खदान चालू रखने की बात कही
वही बीएसपी अधिकारियों का कहना है क्षेत्र के मांगों को गंभीरता पूर्वक लिया जा रहा है जितने भी मांगे हैं सभी मांगों को पूरा किया जाएगा क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर चालू करवाया गया है यह काम लगातार होनी चाहिए ।