मनोरम दृश्य 90 फीट ऊंचाई से गिरता है खुशियों का झरना, कच्चापाल दूधिया जलप्रपात अति सौंदर्य मनमोहक हैं।
22 अगस्त 2022
नारायणपुर – स्वर्ग लोक जैसा अविश्वसनीय अबूझमाड़ की पहाडिय़ों से झरना बह रहा है। यह झरना इसलिए खास है कि हर साल बारिश के दिनों में शुरू होने वाला यह झरना करीब 7-8 माह तक बहता है। 500 मीटर पहाडिय़ों में जगह-जगह बने छोटे-छोटे कुंड से पानी रिस-रिस कर झरने के रूप में बहता है।
झरने का मनोरम दृश्य इसलिए भी रोचक है कि करीब 90 फीट की ऊंचाई से झरने का पानी गिरता है। बारिश के दिनों में बहुत ही तेजी से पानी गिरता है यहां नहाना भी मुश्किल है।
इतना खास क्यों है : अबूझमाड़ की खूबसूरती को हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते यह जगह अपने आप में रहस्यमय हैं।
छोटे-छोटे कुंडों व पत्थरों से रिस कर आने वाला पानी कई जगह झरनों के रूप में गिरता है तो कई जगह नाले के रूप में बह कर आता है। अबूझमाड़ बड़ी-बड़ी पहाड़ों से गिरा हुआ है इन पहाड़ों में खूबसूरत सैकड़ों जलप्रपात हैं।
अबूझमाड़ में प्रकृति का सुंदरता को देखना इतना आसान नहीं है यह क्षेत्र घोर नक्सल गढ़ से गिरा हुआ है जिसके कारण अबूझमाड़ में घूमना मतलब मौत को दावत देने के समान है।
नारायणपुर जिला मुख्यालय से पश्चिम दिशा की ओर सोनपुर रोड होते हुए कुंदला गांव से दक्षिण दिशा में नवीन ब्लाक कोहकामेटा से उबड़ खाबड़ पहाड़ी रोड इरकभट्टी से कच्चापाल लगभग पूरा 50 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ता है, कच्चापाल जलप्रपात पहुंचने के लिए ।