नारायणपुर का बोड़ा सबसे महंगा स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर है। जाने इस जंगली सब्जियों में क्या खासियत है ।

नारायणपुर का बोड़ा सबसे महंगा स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर है। जाने इस जंगली सब्जियों में क्या खासियत है ।

 

मुख्य संपादक

नारायणपुर का बोड़ा “अबूझमाड़ का बोड़ा” महंगा सब्जी में से एक है उस कुदरती सब्जी का नाम बोड़ा है, बोड़ा धरती से निकलने वाले जंगली खादय है। यह बोड़ा साल वृक्षों के नीचे ही निकलता है। जब बादलों की गर्जना होती है, उमस का वातावरण हो जाता है उस समय बोड़ा स्वत जमीन के अंदर आकार लेता है। स्थानीय ग्रामीण धरती को खरोच कर बोड़ा निकालते है।

बोड़ा आकार में आलू से लगभग आधा या उससे भी छोटा होता है। रंग इसका भूरा होता है। उपर पतली सी परत एवं अंदर काला और सफेद गुदा भरा होता है। मानसून आते ही उमस और बादल की गर्जनाओं के साथ ही नारायणपुर में लोगो के चेहरों पर एक अलग ही खुशी नजर आती है। यही वजह है कि यह सब्जी बोड़ा एक कुदरती सब्जी है। हम कह सकते हैं कि यह सब्जी भगवान का वरदान है।

बोड़ा अधिकांश हमारे छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के आस-पास के इलाकों में पाया जाता है। बरसात के दिनों में नारायणपुर जिले में अक्सर स्थानीय तौर पर उगने वाले सब्जियों की बहार दिखाई देती है अगर आप नारायणपुर वासी है तो निश्चित ही बोडा नामक सब्जी को जानते होंगे बोड़ा कुदरत की नेमत है। दो-चार दिनों की बारिश के बाद जब चटख धूप होती है तब बोड़ा की खुदाई जंगल में साल के पेड़ों के नीचे आस पास खुदाई की जाती है। शुरूआती दौर का बोड़ा नरम छिलके और लजीज गुदे की वजह काफी महंगा होता है। जिसे स्थानीय बोली में जात बोड़ा बोला जाता हैं।

ग्रामीण महिलायें इसे आज भी सोली एवं पयली के पैमाने से बेचती है। एक सोली लगभग 250 ग्राम की होती है वहीं पायली के अलग अलग मान है। एक सोली बोड़ा शुरूआत में 300 रू. एवं बाद में 50 रू. की दर से मिलता है। यह नारायणपुर की सबसे महंगी सब्जियों में से एक है फिर भी इसके स्वाद के कारण लोग बड़े शौक से बोड़ा खरीद कर खाते है। पूरे सीजन में बोड़ा की दर दो सौ रूपए किलो से नीचे नहीं होती।

इससे उलट सागौन वनों वाले दक्षिण बस्तर में इसकी पैदावार शून्य है। वहां की मांग की पूर्ति भी यहीं से होती है। उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन और खनिज तत्वों सहित औषधीय लाभ देने वाले बोड़ा के जायके के दीवाने शाकाहारी-मांसाहारी दोनों होते हैं। कोई चरोटा भाजी के साथ की रेसिपी पंसद करता है तो कोई चिकन के साथ या बोड़ा आमट बोड़ा सब्जी की खासियत है कि यह नारायणपुर एवं इसके आसपास बस्तर संभाग के इलाकों में ही पाया जाता है।

बोड़ा में आवश्यक खनिज लवण एवं कार्बोहाईड्रेट भरपूर मात्रा में होता है। इसकी सब्जी बेहद ही स्वादिष्ट होती है। बाजार में आते ही लोग इसे खरीदने के लिये टूट पड़ते है। इसकी आवक सिर्फ शुरूआती बरसात तक लगभग एक माह तक ही होती है। इसलिये इसकी कीमत भी आसमान को छुती है।

इस सब्जी में कई गुणकारी तत्व मौजूद है जो की स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसमें उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन और खनिज तत्वों का खजाना होता है और साथ ही साथ यह औषधीय लाभ प्रदान करने वाले होते हैं।

दंडकारण्य दर्पण

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