राष्ट्रीय : अग्निपथ योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक क्रांतिकारी और परिवर्तनकारी पहल है – डॉ• सुभाऊ कश्यप

कांग्रेस नही चाहती देश सशक्त हो और युवाओ को रोजगार मिले - डॉ•सुभाऊ कश्यप

अग्निपथ योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक क्रांतिकारी और परिवर्तनकारी पहल है – डॉ• सुभाऊ कश्यप 

कांग्रेस नही चाहती देश सशक्त हो और युवाओ को रोजगार मिले – डॉ•सुभाऊ कश्यप

 

नारायणपुर- आज लोक निर्माण विभाग के विश्रामगृह मे पूर्व विधायक व भाजपा नेता डॉ• सुभाऊ कश्यप ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा की विपक्षी दल कांग्रेस के द्वारा जिस प्रकार से अग्निपथ योजना का विरोध किया जा रहा है वह किसी से छिपा नही है कांग्रेस नही चाहती देश सशक्त हो व युवाओं को रोजगार मिले वो सिर्फ देश मे अराजकता का माहौल निर्मित करने का काम कर रही है देश की जनता व युवा उनके बहकावे मे आने वाले नही है वही आगे कश्यप ने अग्निपथ योजना पर विस्तार से जानकारी देते हुये कहा की नरेन्द्र मोदी सरकार ने बीते मंगलवार को भारतीय युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में सेवा हेतु एक अग्निपथ योजना को मंजूरी दी है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक क्रांतिकारी और परिवर्तनकारी पहल है जिसके माध्यम से देश के भविष्य निर्माता युवाओं को राष्ट्र सेवा और देश के लिए कुछ कर गुजरने का एक अमूल्य अवसर मिला है। वही विपक्षी दल कांग्रेस के द्वारा जिस प्रकार से इस योजना का विरोध किया जा रहा है वह किसी छिपी नही है कांग्रेस नही चाहती देश सशक्त हो व युवाओं को रोजगार मिले वो सिर्फ देश मे आराजकता का माहौल निर्मित करने का काम कर रही है देश की जनता व युवा उनके बहकावे मे आने वाले नही है ।आगे कश्यप ने इससे उनमें क्षमताओं व कौशल का निर्माण होगा, साथ ही देश का रक्षातंत्र और भी सशक्त होगा।चार साल की सेवा के बाद सबसे बेहतरीन 25% अग्निवीरों को नियमित कैडर में जगह मिलेगी। शेष 75% अग्निवीर केंद्रीयसशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) / राज्य पुलिस बल / अन्य सरकारी या कॉर्पोरेट नौकरियों में चयन के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाले अन्य उम्मीदवार की तुलना में अधिक सक्षम होंगे और योग्यता के आधार पर नौकरी पाने में अधिक सफल होंगे। अग्निवीरों का चयन ऑल इंडिया ऑल क्लास (AIAC) के आधार पर होगा जो एक भारत श्रेष्ठ भारत की विविधता को दर्शाता है। स्वतंत्रता के बाद AIAC आधारित इकाइयों ने युद्ध और शांति, दोनों के दौरान असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है। All India All Class के साथ, सशस्त्र बलों में चयन के लिए योग्यता ही एकमात्र मानदंड होगा। सेना में करीब 80%

पहले से ही AIAC हैं और अग्निवीरों के साथ पूरी सेना विशुद्ध रूप से योग्यता के आधार पर पूर्ण भारत को प्रतिबिंबित करेंगी,जो आने वाले समय में 100% AIAC तक पहुंच जाएगी। विशुद्ध रूप से योग्यता के आधार पर आधारित हमारे सुरक्षा बल मातृभूमि की रक्षा के लिए पहले की तरह ही प्रतिबद्ध रहेंगे। चूंकि चार साल के बाद केवल 25% को Indian Army में शामिल किया जाना है, इसलिए इससे एक प्रतिस्पर्धी माहौल तैयार होगा जिसमें सभी अग्निवीर शीर्ष 25% का हिस्सा बनने का प्रयास करेंगे। इस प्रकार चार साल की अवधि में भी ये अग्निवीर यूनिट के गुणात्मक प्रोफाइल को पर्याप्त रूप से बढ़ाएंगे। अग्निवीरों की ये क्षमता आधुनिक हथियारों को अधिक पेशेवर रूप से संभालने में सक्षम होगी क्योंकि आधुनिक और परिष्कृत • उपकरण अब केवल विशेष इकाइयों तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि फ्रंटलाइन इकाइयों की सबसे छोटी उप इकाइयों तक भी फैल रहे हैं। बढ़ी हुई क्षमता के साथ, ये सैनिक भविष्य के युद्धों के लिए रक्षा बलों को कई स्तरों पर लड़ने के लिए तैयार करने के लिए खुद को बेहतर ढंग से ढालने में सक्षम होंगे। भारतीय रक्षा बलों को बड़े पैमाने पर जूनियर लीडरशिप की आवश्यकता है।जूनियर रंगरूटों को छोटी टीमों का नेतृत्व करने में सक्षम बनाने के लिए पूरी तरह सफल नहीं हो पाया है। शीर्ष 25%अग्निवीरों का स्किल और नॉलेज इन कर्मियों को NCOS बनने पर और अधिक प्रशिक्षित करने योग्य बनाएगी।

वर्तमान में इकाई की औसत आयु प्रोफ़ाइल 32 वर्ष की सीमा में है। पहाड़ी इलाकों में बढ़ती उम्र और उम्र से संबंधित शारीरिक क्षमता आपस में जुड़ी हुई है और कुछ मामलों में इसका प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ता है। कारगिल समीक्षा समिति ने उम्र कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया था। हालांकि, बाद में फोकस स्थानांतरित हो गया और सैनिकों की आयु प्रोफ़ाइल पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अग्निपथ योजना इस चुनौती को कुशलता से हल करती है। इस प्रवेश प्रणाली के साथ, आने वाले वर्षों में यूनिट की औसत आयु प्रोफ़ाइल 32 से घट कर 26 वर्ष तक हो जाएगी। चूंकि हमारी चीन और पाकिस्तान के साथ मिलने वाली सीमा पहाड़ी इलाका है, इसलिए इन क्षेत्रों में कम आयु प्रोफाइल वाली यूनिट उच्च ऊंचाई / अन्य पहाड़ी / कठोर इलाके में असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन करेंगी और ये भविष्य में ऐसी लड़ाइयों में जीत में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।हमारे युवाओं में आज अनुशासन की साफ़ कमी देखी जा सकती है। विभिन्न मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन आज उग्र और अधिक हिंसक हो चला है। परिणामस्वरूप, राष्ट्रीय संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचता है। भारत का युवा उभार, जो इस समय देश का एक एसेट है, वह एसेट तभी बनी रह सकती है जब हमारी युवा शक्ति कुशल, नियोजित और अनुशासित हो।इसे सशस्त्र बलों से बेहतर कौन कर सकता है? अग्निपथ योजना, रक्षा बलों के लिए लाभकारी होने के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण का एक उत्कृष्ट अवसर भी देती है। जब राष्ट्रीय कैडेट कोर का गठन किया गया था, तो कई विकल्पों पर चर्चा की गई थी कि किस संगठन को युवा और ऊर्जावान बच्चों में निखार लाने के लिए काम करना चाहिए और सशस्त्र बलों को ऐसा करने के लिए सबसे अच्छा माना जाता था। यह राष्ट्र के

लिए एक सफलता की कहानी है जो एनसीसी में शामिल होने वाले युवाओं में अनुशासन और राष्ट्रीय उत्साह को बढ़ाता है। इस योजना को अपनाने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है जो यूनिट की आयु प्रोफाइल को बदलता है, तकनीकी सीमा को बढ़ाता है. कनिष्ठ नेतृत्व के लिए प्रशिक्षण क्षमता को बढ़ाता है और अंत में, रक्षा बलों की सभी इकाइयों को पूरे स्पेक्ट्रम में वांछित गुणात्मक बढ़त देता है, लेकिन इस प्रक्रिया में राष्ट्र को क्षमता और प्रतिबद्धता के एक अलग स्तर पर बदलाव लाने में भी यह सहायक है।अग्निपथ योजना से जुड़े युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए अभी से कई मंत्रालय, राज्य सरकारें और निजी संस्थान मिल कर काम करने के लिए आगे आ रहे हैं। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष बृजमोहन देवांगन,भाजपा नेता रतन दुबे,संजय नंदी,प्रताप मंडावी,संदीप झा,संतनाथ उसेंडी,सुदीप झा सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।

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