किडनी खराब होने का कारण बन सकती हैं ये 4 बातें, जानें क्या होते हैं इसके शुरुआती लक्षण
किडनी शरीर में रक्त को फिल्टर करते हैं, शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करते हैं। किडनी विषाक्त को ब्लैडर में डालते हैं, पेशाब करते समय से शरीर से बाहर निकल जाते हैं। किडनी पीठ के निचले हिस्से में स्थिति अंगों की एक जोड़ी हैं। रीढ़ की दोनों तरफ एक किडनी होती है। लेकिन जब किडनी खराब हो जाते हैं, तो किडनी रक्त से अपशिष्ट को पर्याप्त रूप से फिल्टर करने की क्षमता खो देते हैं। किडनी फेल होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं।
किडनी खराब होने के लक्षण प्रारंभिक चरण में नहीं दिखाई देते हैं। जैसे-जैसे किडनी की बीमारी बढ़ती है, संभावित लक्षण नजर आने लगते हैं। किडनी फेल होने के लक्षणों में शामिल हैं-
थकान
लगातार मतली
सीने में दर्द या दबाव
मूत्र उत्पादन में कमी
पैरों, टखनों और पैरों की सूजन
सांस लेने में कमी
किडनी फेल होने के क्या कारण होते हैं:
गुर्दे की विफलता कई स्थितियों या कारणों का परिणाम हो सकती है। उच्च रक्तचाप और डायबिटीज किडनी फेल होने के मुख्य कारण होते हैं। डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों में किडनी फेलियर का जोखिम अधिक रहता है। जानें किडनी फेल होने के कारण-
1. किडनी में कम ब्लड फ्लो
किडनी में रक्त का प्रवाह कम होना किडनी फेलियर का कारण बन सकता है। दिल का दौरा, दिल की बीमारी, डिहाइड्रेशन, जलन, एलर्जी, गंभीर संक्रमण गुर्दे में रक्त के प्रवाह में कमी का कारण बन सकती है।
2. मूत्र त्याग में परेशानी
जब शरीर से पेशाब बाहर नहीं निकलता है, तो टॉक्सिंस जमा हो जाते हैं। ये किडनी को ओवरलोड कर देते हैं, ये मूत्र मार्ग को अवरुद्ध कर सकते हैं। मूत्र त्याग में परेशानी होना किडनी फेलियर का एक मुख्य कारण (Kidney Failure Reason in Hindi) बन सकता है। इस दौरान किडनी में पथरी का बढ़ना, मूत्र पथ में रक्त के थक्क, मूत्राशय को नियंत्रित करने वाली नसों को नुकसान पहुंच सकता है।
3. डायबिटीज
डायबिटीज भी किडनी की खराबी का एक मुख्य कारण हो सकता है। इस स्थिति में सुधार करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अगर आपको डायबिटीज है, तो अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने की पूरी कोशिश करें।
4. हाई ब्लड प्रेशर
उच्च रक्त चाप आजकल की एक सामान्य समस्या बन गई है। अधिकतर लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। हाई ब्लड प्रेशर भी किडनी की खराबी का एक कारण बन सकता है। किडनी को सुरक्षित रखने के लिए ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखना जरूरी होता है।
एंटीबायोटिक्स, कीमोथेरेपी दवाएं जो कैंसर और कुछ ऑटोइम्यून बीमारियों का इलाज करती हैं भी किडनी फेलियर के कारण हो सकते हैं। इसके अलावा स्क्लेरोडर्मा (एक ऑटोइम्यून स्थिति जो आपकी त्वचा को प्रभावित करती है) भी किडनी की खराब का कारण हो सकती है।
अगर आपको भी किडनी की खराबी का कोई भी शुरुआती लक्षण नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें। किडनी फेल के लक्षणों को नजरअंदाज करना जोखिम को बढ़ा सकता है।
•दंडकारण्य दर्पण