देवी परिक्रमा के साथ शुरू हुआ विश्व प्रसिद्ध मावली मेला, देवी देवताओं के दर्शन के लिए उमड़ी हजारों की भीड़
नारायणपुर: ऐतिहासिक माता मावली मेला का आज से नारायणपुर के बखरूपारा मेला स्थल की ढाई देवी परिक्रमा के बाद विश्व प्रसिद्ध माता मावली मडई का आगाज हुआ। जिसमें प्राचीन संस्कृति और भव्यता को बनाने हुए यह माता मावली मेला केवल देश में ही नहीं बल्कि विदेशों तक फैली हुई है।
जिला मुख्यालय के नारायणपुर में विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक माता मावली मेला शुरू मेला स्थल की ढाई परिक्रमा के बाद माता मावली मेले का आगाज हुआ। अबूझमाड़ सहित दूरस्थ अंचल के गांव में निवासरत आदिवासी ग्रामीणों को माता मावली मेले का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस मेले में दूरस्थ अंचल के ग्रामीण शिरकत कर अपने लिए रोजमर्रा के सामानों सहित साल भर के लिए लगने वाले आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पूरी कर लेते हैं। यहाँ पहुंचे लोगों ने पारम्परिक ढंग से मेला में आये देवी-देवताओं की पूजा अर्चना की। यह मेला आधुनिकता के दौर में अपनी प्राचीन संस्कृति और सभ्यता को बनाने हुए हैं माता मावली मेला से बस्तर और क्षेत्रीय लोक कला और संस्कृति जनता को देखने मिलेगी और आज के युवाओं को संस्कृति के बारे में जानने और उनसे जुड़ने का अवसर मिलेगा। यह मेला आज बुधवार से प्रारंभ हुआ मेला रविवार रहेगा।
प्रतिदिन संध्या को होंगे विविध कार्यक्रम आयोजित
जिले के ऐतिहासिक माता मावली मेला में जिला प्रशासन एवं माता मावली मेला समिति द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये है, जिसमें 23 फरवरी को संध्या 7 बजे पारम्परिक वेशभूषा के साथ स्थानीय नृतक दल अपनी प्रस्तुति देंगे। वहीं 24 फरवरी को बस्तर अंचल का प्रसिद्ध रास परब ग्रुप द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जायेगी। इसी प्रकार 25 फरवरी को राजधानी रायपुर के दल द्वारा पुन्नी के चंदा कार्यक्रम प्रस्तुत करेगा। वहीं 26 फरवरी को कोहली म्यूजिकल ग्रुप, जयपुर ओड़िसा द्वारा गीत-संगीत एवं नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी जायेगी। इसी प्रकार मेला के अंतिम दिन 27 फरवरी 2022 को सुनील सोनी नाईट, दुर्ग द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा।