बसंत पंचमी के द‍िन नहीं करने चाह‍िए ये काम, जानें कैसे करें मां सरस्वती को प्रसन्न

बसंत पंचमी के द‍िन नहीं करने चाह‍िए ये काम, जानें कैसे करें मां सरस्वती को प्रसन्न।

 

बसंत पंचमी के दिन मां शारदा की पूजा करने से विद्या की प्राप्ति होती है। यहां आप बसंत पंचमी के दिन कौन से काम करने चाहिए और कौन से नहीं यह जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं।

मुख्य बातें

05 फरवरी यानी आज मनाया जा रहा है सरस्वती पूजा का पावन पर्व।इस दिन मां सरस्वती की विधि-विधान से पूजा करने से विद्या की प्राप्ति होती है।बसंत पंचमी के दिन पीला वस्त्र पहनने से मां सरस्वती बेहद प्रसन्न होती हैं।

 बसंत पंचमी पर विद्यादायिनी मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है। यदि व्यक्ति मां शारदा की पूजा बसंत पंचमी के दिन श्रद्धा पूर्वक करे, तो माता अपने भक्तों की सभी मुरादें शीघ्र पूर्ण कर देती हैं। बसंत पंचमी का पर्व कल पूरे भारत में मनाया जाएगा। विद्यार्थियों के लिए यह पर्व बहुत खास होता है। शैक्षणिक कार्यों की शुरुआत करने के लिए यह दिन बहुत शुभ माना जाता है। यदि आप मां सरस्वती की विशेष कृपा अपने ऊपर बनाए रखना चाहते हैं, तो बसंत पंचमी के दिन यहां बताए गए 10 बातों का पूरा ख्याल रखें। बसंत पंचमी के दिन यह 10 काम करने से मां प्रसन्न होकर आपकी सभी मुरादें जल्द पूरी कर सकती हैं। यहां आप मां सरस्वती को प्रसन्न करने वाले 10 खास बात जान सकते हैं।

बसंत पंचमी पर क्‍या न करें

1. बसंत पंचमी के दिन व्यक्ति को भूलकर भी खराब बातें मुंह से नहीं निकालनी चाहिए

2. इस दिन झगड़े से दूर रखना चाहिए।

3. बसंत पंचमी के दिन भूलकर भी व्यक्ति को तामसी भोजन या शराब नहीं पीनी चाहिए।
4. बसंत पंचमी के दिन पितरों का तर्पण करना बेहद शुभ माना जाता है।

5. सरस्वती पूजा के दिन व्यक्ति को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।

6. सरस्वती पूजा के दिन यदि आपके पास पीला वस्त्र हो, तो उसे ही धारण करें। पीला वस्त्र मां सरस्वती को बेहद पसंद है। अगर आपके पास पीला वस्त्र ना हो, तो रंग-बिरंगे कपड़े भी पहन सकते हैं।

7. बसंत पंचमी के दिन बिना स्नान किए भोजन नहीं करना चाहिए।

8. सरस्वती पूजा के दिन पेड़-पौधे की कटाई कभी नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से मां सरस्वती नाराज हो सकती है।

9. बसंत पंचमी के दिन हो सकें, तो पित्र तर्पण भी करें।

10. सरस्वती पूजा के दिन कलम, कांपी, स्टेशनरी से जुड़े सामान का निरादर ना करें।

दंडकारण्य दर्पण

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