फूलो एवं पत्तियों द्वारा छात्राओ ने बनाया जीव जन्तुओं का आकर्षक चित्र,,,लोगो को पर्यावरण बचाने के साथ वन्य जीवों को बचाने दे रहे सन्देश ,,,
बालोद
रिपोर्टर-लक्ष्मीकांत बंसोड़
विकास की भूख बहुमूल्य वन्यजीवों और जंगलों को नष्ट कर रही है,,,जानवरों के लगातार हो रहे शिकार पेड़ों की अवैध कटाई,,,मानव एवं वन्यजीवों के बीच चल रहे संघर्ष ने कई अहम प्रजातियों के अस्तित्व को संकट में डाल दिया है,,,,,,,,, मनुष्यों और वन्यजीवों के बीच टकराव तथा संघर्ष लगातार बढ़ रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण है इंसानी आबादी का बढ़ता दबाव जो वन्यजीवों के लिये मुसीबत बनता जा रहा है, क्योंकि जंगल कम हो रहे हैं और वन्यजीवों के रहने के प्राकृतिक अधिवास लगातार कम होते जा रहे है।
– ऐसे में मानव-ओर प्रकृति संघर्ष में कमी लाने के लिये बालोद जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुरडोंगर में अध्ययनरत विज्ञान की छात्राओं ने विज्ञान के शिक्षक ओमन मार्कण्डे की मदद से वनों और जीव जंतुओं को सुरक्षित रखने वाइट पेपर पर चिड़ियाघर बनाकर प्रकृति प्रेम व जीवजंतुओं के संरक्षण का अनोखा अंदाज प्रस्तुत किया है।
इसमें केवल फूल एवं पत्तियों का ही उपयोग कर मोर, तारा मछली, ऑक्टोपस, तोता, तितली ,,मास्क ,,आदि के बहुत सारे जीव जंतुओं के साथ जलीय जंतुओं के भी चित्रों का निर्माण किया है जो बहुत ही रोचक दिखाई देते है छात्राओ ने प्रकृति प्रेम, जीवजंतुओं के संरक्षण हेतु जनजागरूकता लाना के उद्देश्य से इसको बनाया है जिसकी चारो तरफ चर्चा हो रही है
स्कूल की छात्राओं ने बताया कि इसका उद्देश्य लोगो को प्रकृति से जोड़ने पौधे लगाने वन्य जीवों को बचाने के साथ साथ उनको पढ़ाई में भी इससे मदद होगी क्योकि उन्होनें जिन चित्रों को बनाया है वो परीक्षा में भी काम आने वाले है ।
दंडकारण्य दर्पण