
आत्मसमर्पण नीति ‘‘माड़ बचाओ अभियान ’’ से प्रभावित होकर डीकेएमएस अध्यक्ष व उपाध्यक्ष समेत जनमिलिशिया सदस्यों सहित कुल 9 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण।
सन्तु वड़दा, मासा वड़दा, पुनउ राम वड़दा, रमेश वड़दा, अजय ध्रुव, सुदील कुमेटी, अनिल वड़दा, करवे वड़दा व आयतु उसेण्डी के अधिक संख्या में इस प्रकार से आत्मसमर्पण नक्सली संगठन से मोह भंग होने का है परिणाम ।
🔹 जिला नारायणपुर में वर्ष 2024 से अब तक 41 से अधिक बडे़-छोटे कैडर के माओवादी का आत्मसमर्पण, 60 से अधिक माओवादियों के मारा जाना व 43 माओवादी गिरफ्तार होना जो निश्चित ही माओवादियों के संगठन कमजोर करते हुए खात्मा की ओर अग्रसर।
🔹 आत्मसमर्पित माओवादी माड़ के कुतुल क्षेत्र के विभिन्न नक्सल गतिविधि में रहे है शामिल। इस प्रकार से लगातार माओवादियों के हो रहे आत्मसमर्पण से नक्सलियों को बड़ा झटका।
🔹 *आत्मसमर्पण करने पर प्रोत्साहन राशि 25 हजार का चेक प्रदाय किया गया एवं उन्हें नक्सल उन्मुलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा।*
श्री सुन्दरराज पी. (भा.पु.से.) पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज जगदलपुर, श्री अमित तुकाराम काम्बले (भा.पु.से.) पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर रेंज कांकेर के मार्गदर्शन, श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.)* पुलिस अधीक्षक नारायणपुर एवं श्री रोबिनसन गुड़िया (भा.पु.से.) अति. पुलिस अधीक्षक नारायणपुर के निर्देशन में नारायणपुर पुलिस द्वारा माओवादियों के विरूद्ध क्षेत्र में लगातार चलाये जा रहे नक्सल उन्मुलन अभियान और अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सल संगठन से 9 माओवादियों केे आत्मसमर्पण की महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है।
आत्मसमर्पित के नाम/पद
1. सन्तु राम वड़दा पिता स्व. हुंगा वड़दा उम्र 35 वर्ष जाति माड़िया निवासी ग्राम कुतुल सरगीपारा थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- डीकेएमएस अध्यक्ष।
7. मासा उर्फ थर्राे वड़दा पिता स्व0 वागलू वड़दा उम्र 35 वर्ष जाति माड़िया निवासी ग्राम कुतुल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- डीकेएमएस उपाध्यक्ष।
2. पुनउ राम वड़दा पिता स्व0 बोडंगा उम्र 32 वर्ष जाति माड़िया निवासी ग्राम कुतुल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य।
3. रमेश वड़दा पिता स्व. मुगलू वड़दा उम्र 27 वर्ष जाति माड़िया निवासी ग्राम कुतुल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य।
4. अजय कुमार ध्रुव पिता स्व. दुसा राम धु्रव उम्र 27 वर्ष जाति माड़िया निवासी ग्राम कुतुल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य।
5 . सुदील कुमार कुमेटी पिता स्व. सोमा कुमेटी उम्र 22 वर्ष जाति माड़िया निवासी ग्राम कुतुल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य।
6 . अनिल वड़दा पिता स्व. हुगा वड़दा उम्र 26 वर्ष जाति माड़िया निवासी ग्राम कुतुल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य, 01 लाख ईनामी।
8. करवे वड़दा पिता चमरू वड़दा उम्र 23 वर्ष जाति माड़िया निवासी ग्राम कुतुल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- डीएकेएमएस सदस्य।
9. आयतु उसेण्डी पिता कोसा उसेण्डी उम्र 45 वर्ष जाति माड़िया निवासी ग्राम कुतुल सरगीपारा थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य।
आज दिनांक 24.01.2025 को सन्तु वड़दा, मासा वड़दा, पुनउ राम वड़दा, रमेश वड़दा, अजय ध्रुव, सुदील कुमेटी, अनिल वड़दा, करवे वड़दा व आयतु उसेण्डी ने श्री प्रभात कुमार पुलिस अधीक्षक नारायणपुर (भा.पु.से.), श्री रोबिनसन गुड़िया (भा.पु.से.) व श्री सुशील नायक (रा.पु.से.) अति. पुलिस अधीक्षक जिला नारायणपुर, श्री अरविंद किशोर खलखो उप पुलिस अधीक्षक* के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किये। आत्मसमर्पण करने पर प्रोत्साहन राशि 25 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया एवं उन्हें नक्सल उन्मूलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा। इस अवसर पर पुलिस विभाग नारायणपुर के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। इनके आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में जिला नारायणपुर पुलिस का विशेष प्रयास रहा है ।
माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण के पीछे माड़ और नारायणपुर जिले में चलाये जा रहे विकास कार्य बड़ा कारण रहा तेजी से बनती सड़कें, गावों तक पहुँचती विभन्न सुविधाओं ने इन्हें प्रभावित किया है। संगठन के विचारों से मोहभंग एवं मिली निराशा, संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेद तेलंगाना-आंध्र-उड़ीसा कैडर के नक्सलियों के दबाव पूर्वक कार्य कराने की नीति के चलते इन नक्सलियों को यह महसूस हुआ कि वे व्यर्थ ही अपने ही लोगों को मार रहे थे। छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति ने उन्हें नई उम्मीद दी है और वे जंगल की कठोर परिस्थितियों में जीवन बिताने और संगठन के भीतर शोषण तथा क्रूर व्यवहार से बाहर निकलकर समाज के मुख्यधारा में लौटकर सामान्य जीवन बिता सकते हैं। सुरक्षा बलों के लगातार अंदरूनी क्षेत्रों में कैम्प स्थापित करने एवं क्षेत्र में चलाये जा रहे आक्रामक अभियानों एवं मारे जाने से उत्पन्न भय ने भी इन्हें संगठन छोड़ने के लिए प्रेरित किया है।
नक्सलियों के खोखले विचारधारा व क्रूर व्यवहार, आंतरिक मतभेद से बाहर निकलकर समाज के मुख्य धारा जुड़ने के लिए प्रेरित हो रहे है जो कि माड़ डिवीजन के अंतर्गत कुतुल एरिया कमेटी दिलीप ध्रुवा (एसीएम) सहित अन्य छोटे कैडर के 07 माओवादियों का आत्मसमर्पण इसी का परिणाम है। आने वाले समय में और भी नक्सलियों के संगठन छोड़कर आत्मसमर्पण करने की गोपनीय आसूचना है। आत्मसमर्पण कराने में नारायणपुर पुलिस का विशेष योगदान है। इस प्रकार बहुत अधिक संख्या में नक्सलियों का आत्मसर्पण से शीर्ष माओवादी कैडर के लिए बड़ा नुकसान हुआ है। नक्सल मुक्त माड़ बचाव अभियान की कल्पना साकार रूप ले रहा है।
नारायणपुर एसपी श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) द्वारा बताया गया कि* – शासन की पुनर्वास नीति के फायदे घर, नौकरी ने इन्हें आकर्षित किया है। इन्होने आत्मसमर्पण माड़ एवं खुद की भलाई के लिए सोचा है, उन्होंने अनुभव किया कि केवल शीर्ष नेतृत्व के दबाव में आकर उन्होंने माड़ के लोगों को प्रताड़ित किया और लोग उनका साथ छोड़ते चले गये है, जहाँ नक्सलियों का शीर्ष नेतृत्व भी अब उनकी विचारधारा के साथ नहीं बल्कि खिलाफ है, यह द्वन्द सालों से इनके भीतर रहा है लेकिन ‘‘माड़ बचाओ अभियान” उन्हें अब एक नई आस दी है।
श्री प्रभात कुमार एसपी नारायणपुर ने यह भी कहा कि – माओवादी की विचारधारा में भटके नक्सलियों को उनके घर वाले भी वापस लाना चाहते है। हम सभी नक्सली भाई-बहनों से अपील करते हैं कि उनका बाहरी लोगों की भ्रामक बातों और विचारधारा से बाहर निकलने का समय आ गया है, अब समय माड़ को वापस उसके मूलवासियों सौंप देने का है जहाँ वे स्वछन्द रूप से अपना जीवन व्यतीत कर सके। नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व के दबाव में आकर नक्सली संगठन से जुड़े ग्राम स्तर/पंचायत स्तर/ एरिया स्तर के बड़े व छोटे कैडरों से अपील किया गया कि वे भय मुक्त होकर आत्मसमर्पण कर शासन की पुर्नवास योजना का लाभ लेवें अन्यथा उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।