Chhattisgarh: 4 साल माओवादी संगठन मे रहकर नक्सलियों के साथ मिलकर काम किया महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण किया है ।

 

 

शासन की नक्सल उन्मूलन नीति एवं ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर एवं माओवादियों की खोखली विचारधारा एवं शोषण से तंग आकर 01 महिला नक्सली द्वारा किया गया आत्मसमर्पण।

सुरक्षा बलों के लगातार कार्यवाही से माओवादियों में है भय का माहौल। नक्सली संगठन छोड़कर समाज के मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं नक्सली।

आत्मसमर्पित महिला नक्सली प्रतिबंधित माओवादी संगठन मेंपरतापुर एरिया मेढ़की एलओएस पार्टी सदस्या के पद रही कार्यरत।

आत्मसमर्पित महिला नक्सली विगत 04 वर्ष से माओवादी संगठन मे थी शामिल।

थाना सोनुपर, छोटेबेठिया, कोयलीबेड़ा क्षेत्र में विभिन्न नक्सली गतिविधियो में रही शामिल।

 

नारायणपुर पुलिस के प्रयास व शासन की नीतियों से प्रभावित होकर प्रतिबंधित माओवादी संगठन परतापुर एरिया कमेटी अन्तर्गत मेढ़की एल.ओ.एस. पार्टी सदस्या महिला नक्सली कु.आयते नुरेटी उर्फ नंदनी ग्राम बिनागुण्डा निवासी थाना छोटेबेठिया जिला कांकेर क्षेत्र के द्वारा दिनांक 18.11.24 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस अधीक्षक नारायणपुर श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) एवं उप पुलिस अधीक्षक श्री विनय कुमार, सुश्री अमृता पैकर के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया। आत्मसमर्पित महिला नक्सली को शासन की *नक्सल उन्मूलन नीति के तहत 25,000/- (पच्चीस हजार रूपये) प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया गया हैं।

नक्सलियों द्वारा क्षेत्र के युवा-युवतियों को शासन प्रशासन के विरूद्ध भड़का कर जल, जंगल, जमीन के नाम से तथा गांव से भगाने की धमकी देकर जबरन संगठन से शामिल कर अपनी खोखली विचारधारा के तहत् इनका शोषण किया जाता रहा है। नारायणपुर पुलिस द्वारा माओवादी की खोखली विचारधारा से ग्रामीणों को मुक्त कराने तथा क्षेत्र में विकास कराने के उद्देश्य से माड़ बचाव अभियान के माध्यम से नक्सल विरूद्ध अभियान संचालित किया जा रहा है।

 

नारायणपुर पुलिस के द्वारा लगातार क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है वही दूसरी ओर छत्तीसगढ़ शासन की नक्सल उन्मूलन नीति/नियत नेल्ला नार का भी वृहत रूप से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। माड़ क्षेत्र में नवीन कैम्प स्थापित होने से विकास कार्याें में तेजी आई है। विगत माह से माआवेादियों के सभी डिवीजन/ एरिया कमेटी क्षेत्र में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों द्वारा नक्सलियों के गढ़ क्षेत्रों में आका्रमक रणनीति के तहत् नक्सल विरोधी ऑपरेशन संचालित कर माओवादी संगठन को बड़ा नुकसान पहुंचाया गया है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 में अब तक 46 बड़े एवं मध्यम कैडरों को सुरक्षा बलों द्वारा मुठभेड़ में मारा गिराया गया है। जिसमें एसजेडसी, कम्पनी नम्बर 01, कम्पनी नम्बर 06 तथा डीवीसीएम/एसीएम रेंक तथा एरिया कमेटी स्तर के नक्सली शामिल है। नक्सलियों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही से नक्सलियों में भय व्याप्त है तथा बड़ी संख्या में नक्सली संगठन छोड़कर भाग रहे है। दिनांक 18.11.2024 को परतापुर एरिया मेंढ़की एलओएस सदस्या महिला नक्सली कु0 आयते नुरेटी उर्फ नंदनी का आत्मसमर्पण इसी का परिणाम है।

 

उक्त महिला नक्सली द्वारा माओवादियों की खोखली विचारधारा एवं शौषण से तंग आकर आत्मसमर्पण किया गया है। अंदरूनी क्षेत्र में पुलिस कैम्प खुलने एवं लगातार नक्सल विरोधी अभियान संचालित होने से क्षेत्र के ग्रामीणों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ी है और नक्सलियों के खोखले विचाराधाराव क्रुर नीति से बाहर निकलकर समाज के मुख्य धारा जुड़ने के लिए प्रेरित हो रहें है। आने वाले समय में और भी नक्सलियों के संगठन छोड़कर समर्पण करने की गोपनीय आसूचना है।

 

पुलिस अधीक्षक नारायणपुर श्री प्रभात कुमार (भा.पु.से.) द्वारा* न क्सलियों के शीर्ष नेतृत्व के दबाव में आकर नक्सली संगठन से जुड़े ग्राम स्तर/पंचायत स्तर/ एरिया स्तर के लोकल कैडरों से अपील किया गया कि वे भय मुक्त होकर आत्मसमर्पण कर शासन की पुर्नवास योजना का लाभ लेवें और समाज की मुख्य धारा में जुड़कर नये जीवन की शुरूवात करें।

 

आत्मसमर्पित महिला नक्सली वर्ष 2021 से नक्सलियो के बहकावे में आकर नक्सली संगठन से जुड़कर विगत 04 वर्षो से कार्यरत थी इस दौरान थाना सोनपुर, छोटेबेठिया, कोयलीबेड़ा क्षेत्र में घटित विभिन्न नक्सली गतिविधियो में शामिल रही हैं।

 

आत्मसमर्पित महिला नक्सली को शासन की ‘‘नक्सल उन्मूलन नीति’’ के तहत सभी प्रकार की सुविधाये दिलाया जावेगा।

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